
टीचर बने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब दा, आईआईएम-ए के छात्रों को करवा रहे हैं पढ़ाई
नई दिल्ली। देश का सर्वोच्च पद संभालने के बाद पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अब टीचर की भूमिका में नजर आ रहे हैं। प्रणब मुखर्जी ने मंगवार को भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम-ए) में गेस्ट टीचर के तौर पर व्याख्यान दिया। आपको बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति यहां 'पब्लिक पॉलिसी फॉर इन्क्लूसिव डेवलपमेंट ऑफ इंडिया' यानी भारत के समावेशी विकास के लिए सार्वजनिक नीति नामक विषय की पढ़ाई करवाएंगे। इस विषय को 22 सत्रों में विभाजित किया गया है, जिनमें से 12 पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को बतौर टीचर पूरा कराएंगे।
वहीं आईआईएम-ए ने पूर्व राष्ट्रपति के व्याख्यान से जुड़े किसी भी तरह के कंटेंट को शेयर करने से इनकार कर दिया है। संस्थान की ओर कहा गया कि 17 नवंबर को व्याख्यान सीरीज समाप्त होने के बाद एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट पेश की जाएगी। आपको बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी संस्थान में बुधवार यानी आज भी व्याख्यान देंगे, जबकि इसके बाद 8 व9 अक्टूबर व 16-17 नवम्बर को भी व्याख्यान देते नजर आएंगे। संस्थान के अनुसार अपने व्याख्यान में प्रणब सामाजिक-आर्थिक समावेश के लिए संवैधानिक प्रावधानों के सिद्धांत और व्यवहार के बारे में जानकारी देते हुए वित्तीय समावेशन के नीतिगत पहलू पर प्रकाश डालेंगे। यह विषय पीजीपीएम (प्रोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट), पीजीपीएक्स (प्रोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम्स इन मैनेजमेंट ऑफ एग्जीक्यूटिव्स) और एफएबीएम ( फूड एंड एग्री-बिजनस मैनेजमेंट) के स्टूडेंट्स के लिए लिए डिजाइन किया गया है।
आपको बता दे कि प्रणब से पहले पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम भी टीचर की भूमिका में नजर आए थे। उन्होंने भी आईआईएम-ए के स्टूडेंट्स को पढ़ाया था। आईआईएम-ए के अनुसार 'प्रणब मुखर्जी अब उन लोगों में शुमार हो गए हैं, जिन्हें पिछले पांच दशकों के दौरान घटी राजनीतिक घटनाओं और भारतीय राजनीति के साथ शासन व्यवस्था का बेहतरीन अनुभव है। इसके साथ ही उन्होंने कई सार्वजनिक नीतियां भी बनाई हैं, जिसका छात्रों को लाभ मिल सकेगा।
Published on:
19 Sept 2018 09:31 am
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