scriptहिंदू राष्ट्र पर बोले भागवत, मुसलमानों के बिना नहीं बचेगा हिंदुत्व | Mohan Bhagwat said Hindutva will not survive without Muslims | Patrika News

हिंदू राष्ट्र पर बोले भागवत, मुसलमानों के बिना नहीं बचेगा हिंदुत्व

locationनई दिल्लीPublished: Sep 19, 2018 09:38:33 am

Submitted by:

Mohit sharma

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि आरएसएस सरकार को नियंत्रित नहीं करता है और देश संविधान के अनुसार से ही चलेगा।

news

हिंदु राष्ट्र पर बोले भागवत, मुसलमानों के बिना नहीं बचेगा हिन्दुत्व

नई दिल्ली। राजधानी में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय कार्यक्रम का बुधवार को अंतिम दिन है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि आरएसएस सरकार को नियंत्रित नहीं करता है और देश संविधान के अनुसार से ही चलेगा। भागवत ने कहा कि देश संविधान के द्वारा तय की गई व्यवस्था के हिसाब से ही चलेगा। संघ प्रमुख ने यह भी कहा कि वैदिक काल में हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं था बल्कि सनातन धर्म हुआ करता था। आज जो कुछ हो रहा है वो धर्म नहीं है। जिस दिन हम कहेंगे कि हमें मुसलमान नहीं चाहिए उस दिन हिंदुत्व नहीं रहेगा। आपको बता दें कि नई दिल्ली के विज्ञान भवन में ‘भविष्य का भारत: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण’ नाम से आयोजित किया जा रहा है।

संघ के कार्यक्रम का आज अंतिम दिन, नवाजुद्दीन सिद्दिकी के पहुंचने से सियासी गलियारों में हलचल

भागवत ने कहा कि सर सय्यद अहमद खान का उदहारण देते हुए कहा कि जब उन्होंने बैरिस्टर की पढ़ाई पूरी की तो लाहौर में आर्य समाज ने उनका अभिनंदन किया, क्योंकि वे मुस्लिम समुदाय के पहले छात्र थे जो बैरिस्टर बने थे। उस समारोह में सर सय्यद अहमद ख़ान ने कहा कि मुझे दु:ख है कि आप लोगों ने मुझे अपनों में शुमार नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘सभी मतों के तत्तव ज्ञान को हम हिन्दू धर्म कहते हैं। कुछ लोग कहते हैं कि हिन्दू मत कहो, भारतीय कहो। बात तो एक ही है। हिन्दू शब्द के रहने से भारतीय स्वभाव नहीं बदलेगा।

राहुल-मोदी पर केजरीवाल का तंज, मंदिर और मस्जिदों में घूमने से नहीं होगा राष्ट्र निर्माण

सरकार की नीतियों पर प्रभाव नहीं

भागवत बोले ‘यह पूरी तरह गलत है कि नागपुर से फोन आते हैं और सरकार में बैठे लोगों को निर्देश दिए जाते हैं। यदि उनको (भाजपा) सलाह की जरूरत होती है, तो वो पूछते हैं। हम सलाह दे सकते हैं तो देते हैं, लेकिन उनकी राजनीति और सरकार की नीतियों पर हमारा कोई प्रभाव नहीं है। भारत में शक्ति का केंद्र भारत का संविधान है, उसके अलावा कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि संघ के खिलाफ संविधान के उल्लंघन का एक ही भी उदाहरण नहीं। भागवत बोले ‘संघ ने अपने सदस्यों से कभी भी नहीं कहा है या कभी नहीं कहेगा कि वो राजनीति में हस्तक्षेप करें। हम राष्ट्रनीति पर बोलते हैं, हम इसके बारे में छुपकर नहीं बोलते हैं और अपनी सामथ्र्य के अनुसार इसे करवाते हैं। चूंकि सामथ्र्यवान लोग निठल्ले नहीं बैठ सकते हैं।
हिन्दू और भारतीय, बात तो एक ही है’सभी मतों के तत्तव ज्ञान को हम हिन्दू धर्म कहते हैं। कुछ लोग कहते हैं कि हिन्दू मत कहो, भारतीय कहो। बात तो एक ही है। हिन्दू शब्द के रहने से भारतीय स्वभाव नहीं बदलेगा।’

दुष्कर्म के आरोपी आसिफ ने किया खुलासा, धनवान बनने के लिए बना था आशु महाराज

राजनीति में हस्तक्षेप के लिए कभी नहीं कहा

मोहन भागवत ने कहा कि लोग कहते हैं कि संघ के स्वयंसेवक सिर्फ भाजपा में ही क्यों शामिल होते हैं? इस बारे में तो दूसरे राजनीतिक दलों को इस बारे में सोचना चाहिए कि स्वयंसेवक सिर्फ एक दल को ही क्यों चुनते हैं। इसके साथ ही उन्होंने ये संकेत दिया कि संघ का संबंध सिर्फ भाजपा से नहीं है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो