
सेना के जवान
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में रक्षाबंधन के दिन सुरक्षाबलों ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को पकड़ा है। हंदवाड़ा से पकड़े गए इन आतंकियों के पास से भारी मात्रा में गोला बारूद और हथियार बरामद हुए हैं। खबरों के अनुसार सेना को जानकारी मिली थी कि 4 युवा आतंकी दहशहतगर्दों की सरपरस्ती में एलओसी को पार करने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद सेना ने पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त अभियान में आतंकवादियों की घेराबंदी की। दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा। चारों नए-नए भर्ती आतंकियों ने सरेंडर कर दिया जबकि अल-बदर के बाकी 3 आतंकी भाग गए।
नए-नए भर्ती हुए थे चारों युवा
बता दें कि पकड़े गए चारों आतंकी युवा हैं। चारों हाल ही में आतंकी संगठन अल-बदर में शामिल हो गए थे। खबरों के मुताबिक शुक्रवार को चारों युवाओं ने फिर से सक्रिय हो रहे आतंकी संगठन अल-बदर का दामन थामा। इनमें उमर निवासी होटीपोरा हंदवाड़ा, ताहिरस अहमद निवासी खुरु हंदवाड़ा, वसीम खान निवासी कारगाम हंदवाड़ा और उमर बशीर निवासी चोटीपोरा हंदवाड़ा शामिल हैं। सभी सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल कर आतंकी बनने का एलान किया है। आतंकी संगठन ने उमर को अजान, ताहिर को अबु बकर और उमर को रेहान कोड दिया था।
स्थानीय युवा थाम रहे हैं दहशतगर्दी का दामन
मौजूदा वर्ष में अब तक आतंकी बनने वाले स्थानीय युवकों की संख्या बढ़ रही है। हिजबुल मुजाहिदीन ने बारामुला में आदिल भाई उर्फ उमैर अल हिजबी को नया कमांडर बनाया। आदिल को नए लड़कों की भर्ती, ओजीडब्ल्यू नेटवर्क तैयार करने और अन्य आतंकी संगठनों के साथ समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी है। उल्लेखनीय है कि कश्मीर में स्थानीय युवकों के आतंकी बनने के मामलों में वर्ष 2014 में तेजी आना शुरू हुई थी। साल 2016 में आतंकी बुरहान की मौत के बाद जोर पकड़ा है। स्थानीय युवकों की आतंकी संगठनों में भर्ती रोकने के लिए राज्य व केंद्र सरकार सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर कोशिश कर रही हैं। अभी भी आतंकी संगठनों में दक्षिण कश्मीर के युवाओं की भर्ती अधिक है, लेकिन बीते कुछ समय से उत्तरी कश्मीर के विभिन्न इलाकों से भी युवक आतंकी संगठनों में तेजी से भर्ती हो रहे हैं।
Published on:
26 Aug 2018 10:34 am
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