
Govt's approval given 5 companies to make Black fungus medicines
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से ब्लैक फंगस के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है। बीते 24 घंटे में देश में 5500 से ज्यादा केस सामने आए हैं। जिसमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में देखने को मिल रहे हैं। जिसे देखते हुए केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस के इलाज में उपयोगी दवा एम्फोटेरिसीन-बी की कमी के मुद्दे का जल्द समाधान किया जाएगा। राज्यमंत्री मनसुख मंडाविया ने जानकारी देते हुए कहा कि तीन दिनों में पांच और दवा कंपनियों को भारत में दवा बनाने की मंजूरी दी गई है।
इन कंपनियों को मिली मंजूरी
इन पांच कंपनियों से पहले 6 कंपनियां दवा निर्माण में जुटी हुई हैं। राज्यमंत्री के अनुसार मौजूदा दवा कंपनियों ने दवा का प्रोडक्शन भी बढ़ा दिया है। भारतीय कंपनियों ने एम्फोटेरिसीन-बी की छह लाख खुराक के आयात के लिए भी ऑर्डर दिए हैं। उन्होंने बताया कि एमक्योर फार्मास्युटिकल्स, नैटको फार्मा, गुफिक बायोसाइंस, एलेम्बिक फार्मास्युटिकल्स और लाइका फार्मास्युटिकल्स को हाल के दिनों में एम्फोटेरिसीन-बी के उत्पादन के लिए मंजूरी दी गई है। माइलान, बीडीआर फार्मा, सन फार्मा और सिप्ला जैसी कंपनियां इस दवा के प्रोडक्शन में पहले से ही काम कर रही हैं।
सभी राज्यों में अलर्ट
केंद्र सरकार ने ब्लैक फंगस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सभी राज्यों को पत्र लिखकर अलर्ट किया है। राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, तेलंगाना और तमिलनाडु इस ब्लैक फंगस को पहले ही महामारी घोषित कर चुके हैं। दिल्ली में भी इसके मरीजों के इलाज के लिए अलग से सेंटर्स बनाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने राज्यों को कहा गया है कि ब्लैक फंगस इंफेक्शन के केस बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं। जिसकी वजह से कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है।
Updated on:
21 May 2021 10:09 am
Published on:
21 May 2021 10:06 am
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