
अहमदाबाद के कोरोना अस्पताल में आग को लेकर उठने लगे कई सवाल
नई दिल्ली। गुजरात ( Gujarat ) के अहमदाबाद ( Ahmedabad ) में दिन निकलते ही दहला देने वाली खबर सामने आई। एक तरफ कोरोना वायरस ( Coronavirus ) के संकट से जूझ रहा शहर तो दूसरी तरफ कोरोना अस्पताल में ही भीषण आग ( Fire in Ahmedabad Hospital ) लगने से आठ लोगों ने अपनी जान गंवा ( 8 patients die in gujarat ) दी। ये दर्दनाक हादसा नवरंगपुरा स्थित कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के आईसीयू ( ICU ) में हुआ। इस अग्निकांड में पांच पुरुष और तीन महिला समेत आठ लोगों की जलने से मौत हो गई।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। लेकिन ये शॉर्ट सर्टिक अपने आप हुआ या फिर जानबूझकर या फिर कोई बड़ी लापरवाही। ये कुछ ऐसे ही सवाल हैं जो लगातार सामने आ रहे हैं, जिनका अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।
अहमदाबाद के श्रेय अस्पताल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब इसकी चौथी मंजिल स्थित आईसीयू में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग खतरनाक तरीके से बढ़ गई। इसकी चपेट में आने से अस्पताल में भर्ती आठ लोगों की मौत हो गई, वहीं एक पैरा मेडिकल स्टाफ के घायल होने की भी जानकारी मिली है।
श्रेय अस्पताल में सुबह 3 बजकर 15 मिनट पर आग लगी। आग की सूचना मिलते ही कुछ देर में ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और करीब 4 बजकर 20 मिनट पर आग पर काबू पाया गया।
हालांकि इस बीच 8 लोग अपनी जान गंवा चुके थे। जबकि 40 अन्य मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया।
कैसे लगी आग?
दरअसल आग लगने की वजह अब तक शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। ये शॉर्ट सर्किट क्यों और कैसे हुआ। इसको लेकर अब तक कोई आधिकारिक जवाब सामने नहीं आया है।
लेकिन यहां कुछ सवाल और शंकाएं जरूर पैदा होती हैं। क्योंकि एक कोविड डेडिकेटड अस्पताल होने की वजह से इस अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए थे। ऐसे में लापरवाही की संभावना कम नजर आती है।
अब अगर लापरवाही की वजह से आग नहीं लगी तो क्या इसे जानबूझकर लगाया गया। ये एक बड़ा सवाल है,जिस एंगल पर जांच होनी चाहिए। इस मामले को लेकर फॉरेंसिक विभाग की टीम जांच करेगी। कि आखिर ये आग कैसे लगी।
सीएम ने दिए जांच के आदेश, तीन दिन में मांगी रिपोर्ट
मुख्यमंत्री विजयभाई रूपानी ने श्रेय अस्पताल में आग लगने की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने राज्य के दो वरिष्ठ IAS अधिकारियों संगीता सिंह और मुकेश पुरी को जांच का जिम्मा सौंपा है। सीएम ने अपने आदेश में तीन दिन के अंदर इस हादसे की सही वजह निकालने का आदेश दिया है।
हादसे में इन्होंने गंवाई जान
इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई उनमें अरविंद भावसार, नवीनलाल शाह, लीलावती शाह, आयशाबेन तिरमीश, मनुभाई रामी, ज्योति सिंधी, नरेंद्र शाह और आरिफ मंसूर शामिल हैं।
Updated on:
06 Aug 2020 01:31 pm
Published on:
06 Aug 2020 12:18 pm
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