कंगन, चूड़ियां, मंगलसूत्र समेत कई तरह की चीजें निकाली गईं
डॉक्टर ने मीडिया से बातचीत में जानकारी दी कि संगीता नाम की इस महिला को ‘एकुफेजिया’ नाम की एक दुर्लभ बीमारी है। इस विकृति के शिकार लोगों को धातु खाने की लत लगती है। अस्पताल के सीनियर डॉक्टर नितिन परमार ने बताया कि महिला का ऑपरेशन करीब दो घंटे चला, इसके बाद उसके पेट से सेफ्टी पिन, नट-बोल्ट, लोहे की कीलें, बालों में लगाने वाले पिन, कंगन, चूड़ियां, मंगलसूत्र समेत कई तरह की धातु की चीजें निकाली गईं।
सरकारी मानसिक अस्पताल में भर्ती थी महिला
बताया जा रहा है कि ये महिला अपने बेसुध हालत में सड़कों पर घूमती हुई पाई गई थी, तभी किसी ने उसे सरकारी मानसिक अस्पताल में भर्ती कराया दिया। महिला को मानसिक अस्पताल के लोग ही ऑपरेशन के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था। डॉक्टर परमार के मुताबिक संगीता ने पेट दर्द की शिकायत की थी। जब उसे अस्पताल लाया गया था को उसका पेट पत्थर की तरह कठोर मालूम पड़ रहा था। जांच के लिए एक्स-रे किया गया, जिसमें खुलासा हुआ की उसके पेट में कई संदिग्ध चीजें हैं। डॉक्टर ने बताया कि सेफ्टी पिन के कारण उसके पेट में छेद हो गया था। यही नहीं उसके फेफड़ों में भी ये पिन धंसी थीं।
एकुफेजिया के रोगी को लगती है ऐसी लत
डॉक्टरों की माने तो एकुफेजिया के रोगी लोहा और धातु से बनी वस्तुओं बिना किसी परवाह के निगल जाते हैं। आमतौर पर यह बीमारी मेंटली चैलेंज्ड लोगों में पाई जाती है, जो ऐसी चीजें खाने से पहले सोच-समझ नहीं पाते। हालांकि इस तरह के केस बहुत कम दर्ज होते हैं।