बता दें कि यह घटना शनिवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे की है। जज कृष्णकांत के परिवार की सुरक्षा में तैनात गार्ड महिपाल यादव के साथ उनकी पत्नी रितु और बेटे ध्रुव खरीदारी के लिए गुरुग्राम के सेक्टर-51 स्थित आर्केडिया मार्केट गए थे। मार्केट के बीच कार रोकने के बाद जैसे ही मां-बेटे बाहर निकले महिपाल ने गोलियों से दोनों को छलनी कर दिया। वारदात के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया। मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान जज की पत्नी रितु की मौत हो गई। जज का बेटा ध्रुव जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। फिलहाल ध्रुव की हालत गंभीर है।
जज की पत्नी और बेटे को गोली से छलनी करने के बाद गनर महिपाल यादव सीधे सदर थाने पहुंचा। जहां पर उसने फायरिंग की। इसके बाद वहां से भी भाग निकला। पुलिस ने नाकेबंदी कर गुड़गांव-फरीदाबाद रोड पर ग्वाल पहाड़ी के पास उसे पकड़ लिया। पुलिस पूछताछ में महिपाल ने बताया कि उसने मां-बेटे को गोली मारने के बाद जज और अपनी मां को फोन किया था और वारदात की जानकारी दी थी। पूछताछ के दौरान ही महिपाल ने जज की पत्नी और उसके बेटे की हत्या करने के पीछे धर्म परिवर्तन को लेकर बहस को अहम कारण बताया है। पूछताछ के दौरान ही महिपाल ने जज की पत्नी और उसके बेटे की हत्या करने के पीछे धर्म परिवर्तन को अहम कारण बताया है। दूसरी तरफ पुलिस इस मामले में अन्य पहलुओं पर भी विचार कर रही है। पुलिस इस बात की पड़ताल करने में भी जुटी है कि हीं महिपाल के पीछे किसी और का तो हाथ नहीं है। डीसीपी सुलोचना गजराज के नेतृत्व में एसआईटी प्रदेश सरकार ने एसआईटी गठित कर दी है। एसआईटी में डीसीपी, 2 एसीपी और 4 इंस्पेक्टर शामिल हैं।