Covishield के आपातकालीन उपयोग को मिली मंजूरी, DCGI की अनुमति का इंतजार
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के लिए टीकाकरण से पहले पूरे देश में वैक्सीन का ड्राई रन चलाया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना की फ्री वैक्सीन लगाने के लिए पहले चरण में तीन करोड़ लोगों को शामिल किया जाएगा। जिनमें एक करोड़ हेल्थ वर्कर्स और दो करोड़ फ्रंटलाइन कर्मचारी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन लगाई जानी हैं, उस लिस्ट में 27 करोड़ लोगों को शामिल किया गया है।
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डॉ. हर्षवर्धन के अनुसार कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन से बिल्कुल अलग नहीं होगी, बस केवल अंतर यह होगा कि ड्राइव में लोगों को ओरिजनल वैक्सीन नहीं दी जा रही है, जबकि टीकाकरण के दौरान कोरोना की असली दवाई लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगाने के बाद कुछ साइड इफेक्ट दिखाई देते हैं, जिन पर कार्य किया जा रहा है।
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि लोग टीके के बारे में किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। वर्धन ने यहां एक सरकारी अस्पताल में ड्राई रन की समीक्षा के बाद संवाददाताओं से कहा, मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करें। टीका परीक्षण में हमारा मुख्य मापदंड सुरक्षा और प्रभावकारिता है, इससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा। दिल्ली में, मॉक-ड्राइव का संचालन तीन स्थानों पर किया जा रहा है – शाहदरा में सरकार द्वारा संचालित गुरु तेग बहादुर अस्पताल, दरियागंज में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, और द्वारका में निजी वेंकटेश्वर अस्पताल।