
गर्मी में अब प्यासी भी रहेगी दिल्ली, हरियाणा नहीं देगा ज्यादा पानी
नई दिल्ली। गर्मी के बाद अब दिल्ली को पानी सताने वाली है। हर साल गर्मी में दिल्ली को पानी की परेशानी होती है। इस बार फिर से ये परेशानी सर पर आ खड़ी हुई है। दरअसल, अपर रिवर यमुना बोर्ड की सुनवाई में हरियाणा हर दिन सिर्फ 10 से 60 क्यूसेक पानी ही दिल्ली को देने के लिए तैयार हुआ है। जबकि दिल्ली जल बोर्ड ने 1,133 क्यूसेक पानी की मांग की है।
यह भी पढ़ें- मेनका गांधी का रविशंकर को खत, लिखा-बंद हो दहेज का अनुमान लगाने वाली वेबसाइट
पूरे सीजन में प्रभावित रहेगी पानी की सप्लाई
मांग और सप्लाई में का काफी अंतर होने से दिल्ली में पानी की सप्लाई भी इस पूरे सीजन में प्रभावित रहने की संभावना है। वहीं, कई दिनों से लोग शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें सप्लाई का पानी नहीं मिल रहा है। वहीं इस पर जल बोर्ड ने का कहना है कि एनजीटी में चल रहा केस भी वापस लिया जाएगा। जल बोर्ड के मुताबिक ऐसी कोशिश की जाएगी कि सभी जगहों पर थोड़ा-थोड़ा पानी पहुंचाया जाए।
ये हुआ था फैसला
जल बोर्ड के वाइस चेयरमैन दिनेश मोहनिया ने बताया, 'बीते मंगलवार को अपर रिवर यमुना बोर्ड के सामने पानी की समस्या को लेकर दिल्ली और हरियाणा की बातचीत हुई। इस बातचीत में फैसला हुआ था कि हरियाणा दिल्ली को पानी देता रहेगा। वहीं, जल बोर्ड एनजीटी में चल रहा केस को वापस ले लेगा। हरियाणा ने लिखकर कहा है कि वह दिल्ली में हर दिन 10 से 60 क्यूसेक पानी छोड़गा।
पानी का विवाद आपस में सुलझाएं
मोहनिया के कहा कि पानी की समस्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुका है कि पानी का विवाद आपस में बातचीत से सुलझाया जाए। वहीं, दूसरी तरफ आम लोग जल बोर्ड से पानी की मांग कर रहे हैं। दिल्ली के विभिन्न जगहों ऐप, वेबसाइट, फेसबुक और ट्विटर पर पानी की समस्याएं जल बोर्ड तक पहुंचा रही हैं।
Published on:
31 May 2018 03:01 pm
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
