लेकिन आम तौर पर नेताओं को रजानीति करने में माहिर माना जाता है, लेकिन महाराष्ट्र में शिवसेना के एक नेता ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना काल में मदद का ना सिर्फ हाथ बढ़ाया बल्कि कुछ ऐसा कर डाला, जिससे हर तरफ उनकी चर्चाएं हो रही हैं।
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Coronavirus का बड़ा असर, भारत से सीधी उड़ानों पर अब इस देश ने भी लगाई रोक, जानिए कब तक यात्रा नहीं कर सकेंगे भारतीय ये हैं शिवसेना के हिंगोली (Hingoli) से विधायक संतोष बांगर (MLA Santosh Bangar)। जिन्होंने जनता की जिंदगी की खातिर अपनी जिदंगीभर की कमाई को सेवा में लगा दिया है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
शिवसेना विधायक संतोष बांगर ने कोरोना संकट के बीच लोगों की मदद के लिए अपनी FD तोड़ दी है। विधायक ने कोरोना मरीजों को रेमडेसिवीर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) दिलवाने के लिए ये कदम उठाया।
हिंगोली (Hingoli) जिले की कलमनूरी विधानसभा सीट से शिवसेना के विधायक संतोष बांगर ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन के लिए अपनी 90 लाख रुपए की एफडी तोड़ी है। बताया जा रहा है कि विधायक ने ये 90 लाख रुपए एक प्राइवेट वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूटर को दिए हैं। इससे पहले उन्होंने अपने खर्चे पर 500 इंजेक्शन जरूरतमंदों को मुहैया कराए थे।
लगातार संक्रमितों की संख्या बढ़ने के चलते संतोष बांगर ने अपनी जिदंगी भर की कमाई की परवाह किए बैगर मदद की अनूठी पहल की है। इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी ने 10 हजार इंजेक्शन के लिए करीब डेढ़ करोड़ जमा करने को कहा। इस धनराशि के लिए बांगर ने अपनी एफडी तोड़ी है।
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कोरोना काल में भारतीय रेलवे की बड़ी पहल, यात्रियों के लिए शुरू की गईं समर स्पेशल ट्रेनें, जानिए पूरी लिस्ट और शेड्यूल चुनावी हलफनामे में की थी संपत्ति की घोषणा आपको बता दें कि संतोष बांगर ने 2019 के चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति 92 लाख रुपए की बताई थी। इसमें से उन्होंने कोरोना मरीजों के लिए 90 लाख निकाले हैं।
इस धनराशि को बांगर ने दवा कंपनी को एडवांस के तौर पर जमा कराया है। संतोष बांगर की मानें तो रेमडेसिविर इंजेक्शन आने के बाद जिला प्रशासन जरूरतमंदों को यह इंजेक्शन मुफ्त में देगा।
बांगर का कहना है कि लोगों की सेवा करना ही हमारा सबसे बड़ा धर्म है। जिस जनता ने आज विधायक बनाया है, उसकी सेवा करना ही इस संकट के समय मेरी प्राथमिकता थी। सही है, आमतौर पर नेताओं को जनता के धन का दुरुपयोग करते या फिर खा जाने के लिए तो कई बार हमने सुना और पढ़ा है, लेकिन संतोष बांगर ने ये साबित किया है संकट के वक्त में नेता भी जनता के लिए तन,मन और धन से जुटे हैं।