WhatsApp ने पहली बार जारी किया अपना स्टेट्स, प्राइवेसी पॉलिसी पर दी सफाई
डर है तो बंद कर दें इस्तेमाल
सुनवाई के दौरान अदालत ने याचिका पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि वॉट्सऐप प्राइवेट ऐप है अगर उन्हें कोई दिक्कत है तो उसका इस्तेमाल करना बंद कर सकते हैं।कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा, ‘व्हाट्सऐप एक प्राइवेट ऐप है और अगर आपको गोपनियता के बारे में ज्यादा चिंता है तो इसे छोड़ दें और दूसरे ऐप पर चले जाएं।
हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि शायद ही आपने किसी भी ऐप की कोई भी नीतियां पढ़ी है। न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा ने कहा, ‘केवल व्हाट्सऐप ही नहीं, सभी एप्लिकेशन ऐसा करते हैं। क्या आप Google Map का उपयोग करते हैं? ये भी आपके डेटा को कैप्चर और साझा करता है?
वॉट्सऐप ने बढ़ाई प्राइवेसी पॉलिसी की डेट
बता दें वॉट्सऐप भी अपने इस नई डेटा और प्राइवेसी पॉलिसी के विरोध को देखते हुए अपनी डेडलाइन को 8 फरवरी से बढ़ाकर 15 मई कर दिया है। कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि, हमारी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर काफी अफ़वाह फैलाएं जा रहे हैं इसलिए इसके समय को फिलहाल के लिए बढ़ाया जा रहा है।