
नई दिल्ली। कारगिल युद्ध के 20 साल हो चुके हैं। पूरा देश Kargil Vijay Diwas मना रहे है। इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में कारगिल विजय दिवस पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कागरिल युद्ध से जुड़ी यादें साझा की हैं।
'सैनिकों के साथ खड़ा था देश'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1999 में जब करगिल युद्ध के दौरान पूरा देश सैनिकों के साथ खड़ा हो गया था। छोटे छोटे बच्चे जवानों की मदद के लिए अपने गुल्लक तोड़ रहे थे।
उस वक्त अटल जी ने देश को एक मजबूत भरोसा दिलाया था, जिसके दम पर हम कारिगल फतह कर सके।
अटल जी ने ठान लिया था कि....
मोदी ने कहा कि कारगिल युद्ध के समय अटल जी ने कहा था कि हमारे पड़ोसी को लगता था कि कारगिल को लेकर भारत प्रतिरोध करेगा, विरोध प्रकट करेगा और तनाव से दुनिया डर जाएगी।
Atal Bihari Vajpaye जी ने ठान लिया था कि हम जवाब देंगे, प्रभावशाली जवाब देंगे। ऐसे जवाब देंगे जिसकी उम्मीद उनको नहीं थी।
रोने गिड़गिड़ाने के बजाय प्रभावी जवाब देने का यही रणनीतिक बदलाव दुश्मन पर भारी पड़ गया। अटल जी पाक से कहीं आगे की सोच रहे थे।
कश्मीर पर छल करता रहा पाकिस्तान
पीएम मोदी ने कहा कि Pakistan शुरू से ही कश्मीर को लेकर छल करता रहा। 1948, 1965, 1971 उसने यही किया। लेकिन 1999 में उसका छल पहले की तरह फिर एक बार छल की छलनी कर दी गई।
पीएम मोदी ने बताया...किसकी जीत थी कारगिल
मोदी ने कहा कि कारगिल में विजय भारत के वीर बेटे, बेटियों के अदम्य साहस की जीत थी। कारगिल में विजय भारत के सामर्थ्य और संयम की जीत थी।
कारगिल में विजय भारत के संकल्पों की जीत थी। कारगिल में विजय भारत के मर्यादा और अनुशासन की जीत थी।
जब मैं कारगिल गया: मोदी
खुद के कागरिल दौरे को याद करते हुए पीएम ने कहा कि मैं 20 साल पहले कारगिल तब भी गया था जब युद्ध अपने चरम पर था। दुश्मन ऊंची चोटियों पर बैठकर अपने खेल, खेल रहा था।
एक साधारण नागरिक के नाते मैंने मोर्चे पर जुटे अपने सैनिकों के शौर्य को उस मिट्टी पर जाकर नमन किया था
Updated on:
27 Jul 2019 09:59 pm
Published on:
27 Jul 2019 09:55 pm
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