
नई दिल्ली। कठुआ में आठ साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आज एक स्टेटमेंट जारी किया है। क्राइम ब्रांच के इस स्टेटमेंट में साफ किया गया है कि बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया था। आपको बता दें कि सोशल मीडिया और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में भ्रामक दावा किया जा रहा था कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म हुआ ही नहीं। मेडिकल रिपोर्ट्स के हवाले के क्राइम ब्रांच ने इस बात की भी पुष्टि की कि पहले बच्ची को नशीला पदार्थ दिया गया था, फिर उसके साथ दुष्कर्म और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया।
स्टेटमेंट में और क्या?
जांच में जुटी क्राइम ब्रांच के स्टेटमेंट में कहा गया, 'पिछले कुछ दिनों से प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कुछ हिस्सों में इस मामले के संबंध में प्रकाशित या प्रसारित की गई कुछ खबरें सच्चाई से दूर है। ये खबरें सोशल मीडिया पर भी जमकर शेयर की जा रही है।' गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच ने जांच के बाद अदालत के सामने आरोप पत्र पेश कर दिया है। इसी आरोप पत्र, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एफएसएल रिपोर्ट को आधार बनाकर ऐसी भ्रामक खबरें प्रकाशित की गई थीं कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म के सबूत नहीं मिले हैं।
ये था मामला
जम्मू के कठुआ स्थित रसना गांव में 10 जनवरी 2018 को आठ साल की एक बच्ची को अगवा किया गया था। उसके बाद आठ लोगों ने कई दिनों तक बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। 17 जनवरी को बच्ची का शव गांव के नजदीक फेंका हुआ बरामद किया गया था। इस घटना के काफी अरसे बाद यह मामला सुर्खियों में आया और उसके बाद से देश ही नहीं दुनियाभर में आक्रोश देखने को मिला। इस घटना के विरोध में चौतरफा विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन में एक कॉन्फ्रेंस के दौरान भी बयान दिया था।
Published on:
22 Apr 2018 10:12 am
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