
नई दिल्ली। देवभूमि उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थस्थल, चार धामों और 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल केदारनाथ धाम में रविवार की सुबह चार बजे श्रद्धालुओं के लिए कपाट खोल दिए गए हैं। रिमझिम बारिश और हिमालय में हिमपात के बीच मंत्रोच्चार और जयकारों की गूंज के साथ छह महीने बाद फिर से दर्शन शुरू हो गए हैं। कपाट खुलने के बाद सबसे पहले मंदिर में डोली का प्रवेश हुआ। इसके बाद मंत्रोच्चार के साथ जलाभिषेक, रुद्राभिषेक समेत सभी धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए गए। इसके बाद करीब सवा छह बजे विधिविधान के साथ पूजा अर्चना की गई और फिर बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम दर्शन करने पहुंचा।
शानदार श्रृंगार से महका शिव का धाम
केदारनाथ धाम को 20 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया। इसके साथ-साथ बेलपत्र (बिल्व पत्र), आम, पीपल और केले के पत्तों का भी सजावट में इस्तेमाल किया गया। शानदार श्रृंगार के चलते दुनिया के सबसे खूबसूरत मंदिरों में शुमार तीर्थधाम और भी ज्यादा मनमोहक लगने लगा। हिमालय की चोटियों में बसे इस तीर्थस्थल पर अलसुबह का दृश्य नजरों में कैद हो जाता है।
...इस बार से लेजर शो में दिखेगी शिव महिमा
केदारनाथ धाम में इस साल एक नई शुरुआत की गई है। अब यहां श्रद्धालु लेजर शो के माध्यम से भगवान शिव की महिमा भी देख सकेंगे। फिलहाल यह शो सात दिनों तक यानी पांच मई तक चलेगा। इसमें केदारनाथ धाम का पौराणिक महत्व, इतिहास और भगवान शिव के विभिन्न रूपों के दर्शन होंगे। गौरतलब है कि करीब 25 मिनट का यह शो हांगकांग में तैयार किया गया है।
यात्रियों के लिए सरकार ने किए पुख्ता इंतजाम
केदारनाथ में सरकार और मंदिर प्रबंधन ने गौरीकुंड से केदारनाथ तक सड़क, पानी, बिजली, चिकित्सा और सुरक्षा समेत सभी बुनियादी जरूरतों के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। आपको बता दें कि कठिन परिस्थियों में कई बार लोगों को तत्काल चिकित्सा की जरूरत होती है। खासतौर पर उम्रदराज लोगों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसको ध्यान में रखते हुए इस साल हर एक किलोमीटर पर एक डॉक्टर को तैनात किया गया है।
Published on:
29 Apr 2018 08:59 am
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