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पीएम पर लालू यादव का तंज: मोदी ने सीबीआई के दम पर भेजा जेल, वही निकला सबसे बड़ा भ्रष्‍ट

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई के दो सबसे बड़े अधिकारी भ्रष्‍टाचार में लिप्‍त हैं। क्‍या केंद्र सरकार बताएगी कि वो किसके लिए कमा रहे हैं?

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पीएम पर लालू यादव का तंज: मोदी ने सीबीआई के दम पर मुझे में भेजा, वही निकला सबसे बड़ा भ्रष्‍ट

नई दिल्ली। बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा है। उन्‍होंने कबीर दास के दोहे का सहारा लेते हुए कहा है कि जिन भ्रष्टाचारियों को ढूंढने के लिए मोदी सरकार सीबीआई के जरिए विपक्षी नेताओं को फंसाने और जेल में डाल रही है वो भ्रष्टाचारी सीबीआई के दफ्तर में आराम फरमा रहा है और देश को चूना लगा रहा है।

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पीएम मोदी बताएं कि कौन है भ्रष्‍ट
चारा घोटाले में सजायाफ्ता आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने ये ट्वीट देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई के दो शीर्ष अधिकारियों के बीच के मचे घमासन को लेकर किया है। उन्‍होंने पीएम मोदी पर तंज करते हुए कहा कि देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के दो सबसे बड़े अधिकारी भ्रष्‍टाचार में लिप्‍त हैं। क्‍या मोदी बताएंगे कि वो किसके लिए कमा रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि सीबीआई के नंबर वन के अधिकारी आलोक वर्मा और स्‍पेशल डायरेक्‍टर राकेश अस्‍थाना पर दो करोड़ रुपए घूस लेने का आरोप है। ता दे कि अस्थाना वहीं अधिकारी हैं जिन्होंने चारा मामले की जांच की थी और लालू यादव को गिरफ्तार किया था।

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सीबीआई बनाम सीबीआई
लालू यादव ने कबीर के दोहे इस दोहे, 'कस्तूरी कुंडल बसे मृग ढूँढत बन माहि, ज्यों घट घट में राम हैं दुनिया देखत नाहि ' का जिक्र करते हुए कहा कि जिस प्रकार एक हिरण कस्तूरी की खुशबु को जंगल में ढूंढता फिरता है जबकि वह सुगंध उसकी अपनी ही नाभि में व्याप्त कस्तूरी से मिल रही होती है, ठीक उसी तरह से सीबीआई भ्रष्टाचार को विपक्षी पार्टियों में खोज रही है लेकिन भ्रष्टाचार में तो तो खुद सीबीआई डूबा है। कबीर के इस दोहे का अर्थ है कि जिस प्रकार एक कस्तूरी हिरण कस्तूरी की खुशबु को जंगल में ढूंढता फिरता है जबकि वह सुगंध उसे उसकी ही अपनी नाभि में व्याप्त कस्तूरी से मिल रही होती है परंतु वह जान नहीं पाता, उसी प्रकार इस संसार के कण कण में वह परमेश्वर विराजमान है परन्तु मनुष्य उसे कभी देवालों तो कभी तीर्थों में ढूंढता फिरता है।

भ्रष्‍टाचारी तो सीबीआई दफ्तर में
आपको बता दें कि चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू यादव इन दिनों रांची के रिम्स में भर्ती हैं और 16 से ज्यादा बीमारियों का इलाज करवा रहे हैं। वे फिलहाल चारा धोटाले के मामले में सजा भी काट रहे हैं। लेकिन उन्होंने सीबीआई में सुपर बॉस को लेकर आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के बीच जारी जंग को लेकर कहा है कि असल भ्रष्टाचारी तो सीबीआई दफ्तर में ही बैठा है। इस बात को बताने के लिए उन्होंने अपने टि्वटर हैंडल का सहारा लिया है। सीबीआई की जांच प्रक्रियाओं पर तंज कसने के लिए कबीर के दोहे का सहारा लिया है। उन्होंने अपने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए लिखा है कि कस्तूरी कुन्डल बसे, मृग ढूंढत बन माहि। भ्रष्टवा सीबीआई बसे, भ्रष्ट ढूंढत विपक्ष माहि।