
नई दिल्ली।
Migrant Workers Crisis: देश में प्रवासी संकट के बीच महाराष्ट्र ( Maharashtra ) से मजदूरों के लिए राहत भरी खबर आई है। महाराष्ट्र सरकार ने दूसरे राज्यों के करीब एक लाख 31 हजार मजदूरों को उनके गांव भेजने का फैसला लिया है। ये सभी मजदूर चीनी मिलों में काम करने वाले हैं। लेकिन, पहले उनकी कोरोना ( Coronavirus ) की जांच कराई जाएगी। राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे ने यह जानकारी दी। बता दें कि लॉकडाउन ( Lockdown in India ) के चलते अन्य राज्यों से आए प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं।
शुगर मिल के मालिक करेंगे इंतजाम
राज्य सरकार ने इन मजदूरों को गांव भेजने की इजाजत दे दी है। मजदूरों के भोजना, यात्रा और गांव भेजने की जिम्मेदारी शुगर मिल के मालिकों की होगी। इसके अलावा मजदूर और उसके परिवार की कोरोना जांच कराने की जिम्मेदारी भी मिल मालिकों की होगी। विपक्ष के कई नेताओं ने राज्य सरकार के इस पर खुशी जताई है।
लाखों मजदूरों को राहत
बता दें कि महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में अन्य राज्यों के मजदूर शुगर मिलों में काम करते हैं। लॉकडाउन के चलते लाखों की तादाद में चीनी मिल मजदूर फंसे हुए हैं। मंत्री के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि 1.31 लाख मजदूर राज्य में 38 चीनी मिलों के परिसरों में बने अस्थायी आवास में रह रहे हैं, जबकि कई मजदूर अन्य स्थानों पर फंसे हुए है। बता दें कि मजदूर लगातार अपने घरों की जाने की मांग कर रहे थे। जिसके बाद ये फैसला लिया गया है।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले ( Coronavirus in Maharashtra )
गौरतलब है कि देश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आए है। महाराष्ट्र में अब तक इस महामारी से पीड़ितों की संख्या 3205 हो गई है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से सर्वाधिक 194 लोगों की मौत हुई है। देश की बात करें तो इनकी संख्या 14 हजार को पार गई है। वहीं, 430 से ज्यादा मौत हो चुकी है।
Updated on:
18 Apr 2020 10:40 am
Published on:
18 Apr 2020 10:39 am
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