शोपियां मुठभेड़: ढेर हुए 5 आतंकियों के शव बरामद, एनकाउंटर से बौखलाए लोगों ने किया पत्थराव निहत्था था संदिग्ध सुबहर करीब 10 बजे मीडिया में फारूक अब्दुल्ला के घर पर हमले की खबर आई। एक संदिग्ध व्यक्ति बैरिकेड तोड़ते हुए पूर्व सीेएम की घर पहुंच गया। संदिग्ध को काबू में करने के लिए सुरक्षाबलों के जवानों ने फायरिंग की, जिसमें छात्र की मौत हो गई। जम्मू जोन के आईजी सीएड सिंह जमवाल ने आतंकी घटना से इनकार किया है। कार से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है। मारे गए व्यक्ति का नाम मुर्फा है। उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं बताई जा रही है। आईजी जमवाल के मुताबिक, “पुंछ के निवासी मुर्फा शाह नामक व्यक्ति द्वारा घर (फारूक अब्दुल्ला) में बलपूर्वक प्रवेश करने का प्रयास किया गया था। उसने अपनी एसयूवी से वीआईपी गेट के माध्यम से आने की कोशिश की। वह निहत्था था। मामले की जांच चल रही है।” कहा जा रहा है कि कार चालक को चेतावनी दी गई थी जिसे इस हमले में CRPF के एक जवान को हल्की चोटें आई हैं।
मृतक के परिजनों का हंगामा इस खबर के बाद मृतक के परिजन में काफी गुस्सा है। पूर्व सीएम के घर के बाहर उनके परिजन हंगामा कर रहे हैं। माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि, “गेट के अंदर भारी सुरक्षा है आखिर कैसे वह घर के अंदर पहुंच गया। उसे जिंदा पकड़ा जा सकता था।गोली क्यों मारी”। मारे गए मुर्फा शाह के पिता का कहना है कि,” पिछली रात वह मेरे साथ था। वह रोज जिम जाता है। आज भी जिम जाने के लिए निकला। मैं सिर्फ इतना जानना चाहता कि उसे क्यों मार दिया गया। सुरक्षाकर्मी कहां थे जब वह गेट के अंदर जा रहा था? उन्होंने उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया?” बता दें कि मारा गया युवक पढ़ाई करता था। जो सवाल मृतक के परिजन उठा रहे हैं वे जायज भी हैं। आखिरी जब उसे गिरफ्तार किया जा सकता था तो फायरिंग की जरूरत ही काय थी। जब वह गेट से अंदर घुस रहा था तो सुरक्षाकर्मी क्या कर रहे थे? इन सवालों के जवाब अभी ढूंढने बाकी हैं।