
mizoram minister
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के दौर में अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर खूब शिकायतें देखने को मिल रही हैं। मगर सोशल मीडिया (Social Media) पर एक तस्वीर ऐसी है जो इसके उल्ट है। यह तस्वीर मिजोरम के मंत्री लालजिर्लियाना (R Lalzirliana) की है, जो एक अस्पताल में पोछा लगाते दिख रहे हैं। यह तस्वीर वायरल हो चुकी और खूब वहावाही बटोर रही है।
हर कोई भारत के इस राजनेता की जमकर तारीफ कर रहा है। पत्रिका पॉजिटिव न्यूज (Patrika Positive News) के जरिए हम आपको ये दिखाना चाहते कि किस तरह से वीआईपी कल्चर को ताक पर रखकर मंत्री ने जनसेवा को अपना कर्तव्य बना लिया। अगर हर कोई इस भावना से सोचे तो इस मुश्किल समय में वह अपना योगदान देकर कई लोगों की मदद कर सकता है।
दो दिनों तक ICU में रहे
आपको बता दें कि 71 वर्षीय मिजोरम सरकार में विद्युत मंत्री लालजिर्लियाना कुछ दिनों पहले इस अस्पताल में कोरोना संक्रमित होने के कारण भर्ती हुए थे। उन्होंने बताया कि दो दिनों तक मिनी ICU में रहने के बाद उनका स्वास्थ्य ठीक हो रहा है और उन्होंने किसी तरह की वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं लिया।
फोटो में नजर आ रहा है कि अस्पताल की गाउन पहने विद्युत मंत्री हाथ में पोछा लेकर अस्पताल के वार्ड की जमीन साफ कर रहे हैं। अस्पताल का नाम जोराम मेडिकल कॉलेज है। मंत्री ऐहतियात के तौर पर अभी भी अस्पताल में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं।
खुद ही फर्श साफ करने का फैसला किया
फोटो के वायरल होने के बाद मंत्री ने कहा कि उनका मकसद अस्पताल स्टाफ को शर्मिंदा करना नहीं था। मीडिया से बातचीत में लालजिर्लियाना ने बताया कि उन्होंने सफाईकर्मी को वॉर्ड की सफाई के लिए बुलाया था। मगर जब कर्मी ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो उन्होंने खुद ही फर्श साफ करने का फैसला किया।
12 मई को ऑक्सीजन स्तर कम हुआ
उन्होंने कहा कि वे यहां पर ठीक हैं। मेडिकल स्टाफ और नर्स ने उनकी बहुत अच्छी देखभाल की है। रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री उनकी पत्नी और बेटा पहले होम आइसोलेशन में थे, लेकिन 12 मई को ऑक्सीजन स्तर कम होने लगा। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया था।
Published on:
15 May 2021 04:38 pm
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