
मुसलमानों का आरोप: किराये की जमीन पर भी नहीं पढ़ने दी जा रही है नमाज
नई दिल्ली। गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। कुछ मस्लिमों ने शुक्रवार को आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें किराए पर लिए खाली जमीन पर भी नमाज पढ़ने नहीं दिया गया। मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि नमाज पढ़ने में हो रही दिक्कतों को लेकर उन्होंने उस प्लॉट को नमाज पढ़ने के लिए किराए पर लिया था, लेकिन यहां भी उनके मना कर दिया गया।
क्या है पूरा मामल...
वहीं, इस मुद्दे पर नेहरु युवा संगठन वेलफेयर सोसायटी चैरिटेबल ट्रस्ट के वाजिद खान ने बताया कि शुक्रवार को नमाज पढ़ने के लिए हमें मौलश्री मेट्रो स्टेशन के पास जगह दी गई थी। लेकिन यहां पर नामज पढ़ने में काफी दिक्कते आने लगी। इसके बाद हमे नमाज पढ़ने के लिए दूसरे पार्क में चले गए। लेकिन यहां भी हमे नमाज पढ़ने नहीं दिया गया। स्थानीय लोग हमारे नमाज पढ़ने का विरोध करने लगे। बता दें कि इस पार्क का मालिकाना हक हरियाण शहरी विकास प्राधिकरण के पास था, लेकिन तब भी उन्हें नमाज अदा नहीं करने दिया गया।
नहीं पढ़ने दी गई नमाज
यहां से भी नमाज पढ़ने की मनाही होने के बाद उन्होंने नाथूपुर गांव में नमाज पढ़ने के लिए एक जगह किराए पर ली। लेकिन उन्हें यहां भी नमाज नहीं पढ़ने दिया गया। लोगों ने मुस्लिम समुदाय को इस हफ्ते बतााय कि वह यहां नमाज नहीं पढ़ सकते। वाजिद खान ने ती मानें तो, “जिस शख्स ने उन्हें नमाज पढ़ने की जगह दी थी, उसने बताया कि गांव वालों ने उसे धमकी दी है कि वह या तो नमाज पढ़ने के लिए जगह देना बंद करे या नहीं तो उसे इलाके से कहीं दूर जाना पड़ेगा।
यह भी पढ़ें-कुतुब मीनार को है परिंदों से खतरा
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें इस संबंध में शिकायत मिली थी। एएसआई ने बताया कि प्राप्त शिकायत में कहा गया है कि उन स्थानों पर नमाज पढ़ी जा रही है जिसे इस उद्देश्य के लिए नहीं दिया गया है। दूसरी तरफ मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि सेक्टर 34 में वे शुक्रवार दोपहर को नमाज पढ़ रहे थे, तो पुलिस ने उन्हें वहां से चले जाने को कहा। बता दें कि सदर पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने इस आरोप को खारिज कर दिया है।
Published on:
30 Jun 2018 12:24 pm
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
