
निर्भया गैंगरेप का मुख्य आरोपी राम सिंह
नई दिल्ली। निर्भया मामले ( Nirbhaya Case ) में एक और नया मोड़ सामने आ गया है। सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court ) में दोषी मुकेश ( Mukesh Kumar ) एक और चौंकाने वाला बयान दिया है। मुकेश के इस बयान ने दिल्ली पुलिस ( Delhi Police ) पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।
अपने साथ यौन उत्पीड़न के आरोप के बाद अब मुकेश कुमार सिंह ने कहा है कि उसके भाई राम सिंह ने जेल में आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी हत्या की गई थी।
आपको बता दें कि निर्भया के 6 दोषियों में से एक राम सिंह ने 11 मार्च 2013 को ही जेल में कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी। राम सिंह निर्भया मामले में मुख्य आरोपी होने के साथ ही निर्भया के दोस्त को लोहे की रॉड से पीटने वाले मामले में भी शामिल था।
मंगलवार को मुकेश की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। सुनवाई में मुकेश की वकील अंजना प्रकाश ने दावा किया कि इस मामले में एक आरोपी की जेल में हत्या कर दी गई थी।
7 साल से बात छिपी रही
कोर्ट में मुकेश की याचिका पढ़ते हुए प्रकाश ने बताया, 'मुकेश की दलील है कि आरोपियों में से एक की आत्महत्या वास्तव में एक हत्या थी लेकिन 'वर्षों तक यह बात छिपी रही।'
आपको बता दें कि 32 वर्षीय राम सिंह पेशे से ड्राइवर था। निर्भया गैंगरेप केस में निर्भया जिस बस में चढ़ी थी उस बस को राम सिंह ही चला रहा था।
घटना के कुछ समय बाद ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन इससे पहले की मामले में सजा सुनाई जाती राम सिंह ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
Published on:
28 Jan 2020 04:51 pm
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