नई दिल्ली। भारतीय कोस्ट गार्ड के ऐसे जवान अब सस्ती शराब यानी सब्सिडी पर मिलने वाली मदिरा का मजा नहीं उठा सकेंगे, जिनका वजन सामान्य से अधिक है। भारतीय कोस्ट गार्ड के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के कमांडर राकेश पाल ने इस संबंध में शनिवार को आदेश जारी कर कहा कि जो कर्मचारी ज्यादा वजनी हैं, मोटापे का शिकार हैं या फिर जिनका वजन बढ़ गया है, उन्हें सब्सिडी पर शराब नहीं दी जाएगी। राकेश पाल के मुताबिक यह आदेश हर रैंक के अधिकारी के लिए लागू होगा, जिन्हें मेडिकल बोर्ड द्वारा वजन कम करने की सलाह दी जा चुकी होगी।
तेलंगाना सरकार ने नहीं निभाया अपना वादा, मायूस युवक ने किया आत्मदाह का प्रयास राकेश पाल का कहना है कि ऐसा पाया गया है कि मोटापे की बढ़ती समस्या की एक अहम वजह अल्कोहल है। इसलिए समस्या से निपटने के लिए यह निर्णय लिया गया है। ज्यादा वजन वाले जवानों को समुद्र में तैनात करने में परेशानी आती है। उन्होंने कहा कि ऐसे जवानों को तमाम बार बताया गया है कि वो अपना वजन करने की कोशिश करें, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो यह निर्णय लेना पड़ा।
राकेश पाल का कहना है कि यह आदेश उन कर्मचारियों के लिए हैं जो मेडिकल कैटेगरी के भीतर हैं, जिनका वजन ज्यादा है, लेकिन कम नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे लोगों से कहा गया है कि अपने वजन में कटौती करें। जब तक ऐसा नहीं होता, तब तक वो सब्सिडी पर शराब नहीं खरीद सकेंगे। हालांकि, जब वो अपना वजन कम कर लेंगे, उन्हें यह सुविधा मिलने लगेगी।
अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं हुई धारा 377, यह प्रावधान दिला सकते हैं सजा उन्होंने आगे कहा कि कोस्ट गार्ड का काम समुद्र पर सतर्कता बरतना और सुरक्षा करना है, लेकिन फिटनेस कारणों के चलते तमाम ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें जहाजों पर बनीं चौकियों पर पोस्टिंग नहीं दी जा सकती। कोस्ट गार्ड का काम समुद्र में होता है और जो लोग फिट नहीं हैं उन्हें यहां पर तैनात नहीं किया जा सकता। इसकी वजह यह है कि समुद्र में तैनाती के वक्त तमाम ऐसे काम करने पड़ते हैं, जिन्हें फिटनेस के लेवल पर स्तर खरा व्यक्ति ही सही से अंजाम दे सकता है।