Patrika Explainer: देश में पहली बार जम्मू में ड्रोन से हुआ आतंकी हमला, कब और कैसे शुरू हुआ ड्रोन का मिलिट्री यूज
नई दिल्लीPublished: Jun 27, 2021 05:03:39 pm
डीआरडीओ (Defence Research and Development Organisation) भी स्वदेशी एंटी-ड्रोन तकनीक को विकसित कर रहा है। डीआरडीओ द्वारा बनाई गई स्वदेशी तकनीक का प्रयोग स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले में सुरक्षा व्यवस्था बनाने के लिए किया गया था।
नई दिल्ली। जम्मू स्थित भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के ठिकानों पर आज सुबह दो ब्लास्ट हुए। एयर फोर्स के अधिकारियों के अनुसार ब्लास्ट में कम तीव्रता वाली विस्फोटक सामग्री काम ली गई जिसे ड्रोन के जरिए जम्मू एयरपोर्ट के टेक्निकल एरिया तक पहुंचाया गया था। ब्लास्ट में किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। एक धमाके में बिल्डिंग की छत को थोड़ा नुकसान पहुंचा है जबकि दूसरा ब्लास्ट खुले में होने से कोई नुकसान नहीं हुआ। ब्लास्ट की सूचना मिलते ही सैन्य अधिकारी, स्थानीय पुलिस बल तथा एनआईए की टीम मौके पर पहुंच गए और उन्होंने जांच शुरू कर दी है।