
नई दिल्ली। देश में बढ़ रहे कोरोना संकट ( coronavirus Crisis ) के बीच महाराष्ट्र सरकार ( Maharashtra Government ) ने बड़ा कदम उठाया है। महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने राज्य के सभी धार्मिक स्थल खोलने की इजाजत दे डाली है। महाराष्ट्र सरकार के आदेश के अनुसार 16 नवंबर से राज्य के सभी धार्मिक स्थलों को खोल दिया जाएगा। हालांकि इसके लिए कुछ नियम शर्तों का अनुपालन करना अनिवार्य होगा। सरकार की ओर से कहा गया है कि मंदिरों में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना के लिए जारी की गई सभी गाइडलाइंस का पालन करना होगा। मंदिरों में बिना मास्क पहने प्रवेश नहीं कराया जाएगा।
महाराष्ट्र सरकार के निर्देशों में कहा गया कि धार्मिक स्थलों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही मंदिरों में अधिक भीड़ न जमा होने दी जाए। इस दौरान सिद्धिविनायक ट्रस्ट के आदेश बांदेकर ने कहा कि उनको सरकार के आदेश की प्रति 15 नवंबर को मिलेगी। उन्होंने बताया कि सरकारी आदेश की प्रति मिलने के बाद एक बैठक बुलाई जाएगी। जिसके बाद मंदिर को अगले दिन खोला जा सकता है। आपको बता दें कि मंदिर खोले जाने को लेकर विपक्ष ने उद्धव सरकार पर हमला बोला था। जिसके बाद राज्यपाल ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा था।
राज्यपाल की ओकर से सीएम उद्धव को लिखे पत्र में शिवसेना पर हिंदुत्व को लेकर तंज किया किया था। जिसके बाद इस मसले को लेकर महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई थी। यही नहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ( NCP ) के मुखिया शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्यपाल के पत्र की भाषा पर आपत्ति जताई थी। आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस मरीजों का आंकड़ा 87 लाख के पार पहुंच गया है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो देश में कोरोना वायरस के 44,684 नए केस सामने आए हैं। वहीं, कोरोना वायरस की वजह से इस दौरान 520 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
Updated on:
14 Nov 2020 05:52 pm
Published on:
14 Nov 2020 05:37 pm
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