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प्रजा संकल्प यात्रा पर जगन मोहन रेड्डी, आंध्र में बढ़ सकती हैं चंद्रबाबू नायडू की मुश्किलें

प्रजा संकल्प यात्रा पर हैं वाईएसआर कांग्रेस के जगन रेड्डी । आगामी चुनाव में चंद्रबाबू नायडू के लिए उनसे मुकाबला करना आसान नहीं होगा

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jagan reddy

हैदराबाद : संयुक्त आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएसआर रेड्डी के बेटे एस॰ जगनमोहन रेड्डी इन दिनों आंध्र प्रदेश में अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत लड़ने में लगे हैं | अपने चाहने वालों में वह जगन नाम से मशहूर हैं|

सितंबर 2009 में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अपने पिता और तत्कालीन मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की मौत के बाद जगनमोहन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश में ओड़पू यात्रा (शोक यात्रा) शुरू की थी | उनकी यह बहुचर्चित यात्रा किसी न किसी रूप आज भी जारी है|

कांग्रेस से विदाई और उसके बाद

जब यात्रा शुरू की गई थी तो ऐसा दावा किया गया था कि वो आत्महत्या करने या सदमे से मरने वाले अपने पिता के प्रशंसकों के लिए ऐसा कर हैं| हालांकि यह यात्रा तब कांग्रेस नेतृत्व द्वारा समर्थित नहीं थी। बल्कि तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तेलंगाना मुद्दे पर राज्य में बढ़ती अस्थिरता के लिए जगन रेड्डी की इस यात्रा को जिम्मेदार ठहराया था। दौरे को बंद करने के लिए कांग्रेस हाई कमांड के आदेश को जगन ने खारिज कर दिया था |

जगन के स्वामित्व वाली साक्षी टीवी और साक्षी अखबार में कांग्रेस नेतृत्व और आंध्र के उस समय मुख्यमंत्री के. रोसैया की लगातार आलोचना के कारण वह पार्टी के निशाने पर आ गए| कांग्रेस पार्टी की 125 वीं वर्षगांठ मनाने के लिए साक्षी टीवी पर एक विशेष कार्यक्रम में उन्होंने राज्य में "वर्तमान स्थिति" पर सोनिया गांधी और प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह पर टिप्पणी की | इन टिप्पड़ियों ने उनके और कांग्रेस नेतृत्व के बीच की दूरी को और बढ़ा दिया |

नई पार्टी का निर्माण

कांग्रेस पर वाईएसआर का नाम डुबोने का आरोप लगाते हुए मार्च 2011 में उन्होंने मौजूदा वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व को संभाला | इसकी जिसकी स्थापना तेलंगाना के एक वकील और वाईएसआर के एक प्रशंसक ने 2009 में की थी | कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दिया और वाईएसआर कांग्रेस में शामिल हो गए। इससे विधानसभा और लोकसभा दोनों में कांग्रेस की ताकत कमजोर हुई | पिछले चुनाव में वाई एस आर कांग्रेस ने रिकॉर्ड तोड़ बहुमत के साथ अपने प्रभाव वाली अधिकांश सीटें जीतीं | 17 मई 2014 को घोषित चुनाव परिणामों में पार्टी के 175 सदस्यीय विधानसभा में 67 सदस्य हैं और लोकसभा में 9 सदस्य हैं।

प्रजा संकल्प यात्रा

आंध्र प्रदेश विधान सभा में विपक्ष के नेता वाई एस जगन मोहन रेड्डी पिछले महीने से आंध्र में होने वाले आगामी विधान सभा चुनाव के लिए जमीन बनाने की राह पर हैं| इस क्रम में वह 13 जिलों की 130 विधानसभा क्षेत्रों में करीब 2000 किमी लम्बी यात्रा पर हैं| लोग सड़कों पर उन्हें छूने और हाथ मिलाने के लिए पागल रहते हैं| अपने पिता के समान वह भी लोगों से खुलकर मिलते हैं और आम जनता की परेशानियों से सरोकार की कोशिश करते हैं| स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार सभी 13 जिलों और आंध्र प्रदेश के 130 विधानसभा क्षेत्रों में 2,000 किलोमीटर की उनकी प्रजा संकल्प यात्रा ने राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है| माना जा रहा है की इस बार आंध्र के लोकप्रिय नेता रहे वर्तमान मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के लिए जमीन आसान नहीं होगी |

ऐसे हो रही है यात्रा

उनके दल का एक हिस्सा उसके आगे यात्रा करता है| वही टेंट की व्यवस्था करता है, जहां वह नाश्ते, दोपहर के भोजन और रात के खाने के लिए थोड़े समय का ब्रेक लिया जाता है| यात्रा रात के लिए रुकती है |पुलिस और कार्यकर्ताओं कि एक टीम सुरक्षा का दायित्व संभालती है| वह आम तौर पर रात में सम्मेलनों को संबोधित करते हैं| इस यात्रा के लिए एक वैन की व्यवस्था है जिससे जगन लोगों को सम्बोधित करते हैं| अभी तक, उन्होंने पांच जिलों में कडप्पा, कुरनूल, अनंतपुर, चित्तूर, प्रकाशम और गुंटूर में 1500 किलोमीटर को कवर किया है|

जगन लोगों से कहते हैं "अगर सरकार और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने किसानों की देखभाल की थी, तो उन्होंने आपको इस तरह से पीड़ित नहीं होने दिया। किसान अपनी उपज बेचने में असमर्थ हैं क्योंकि उन्हें फसल पर अपना निवेश भी नहीं मिल रहा है, "

धन उगाही और पैसों की कमीशन खोरी के आरोप के दौर से बाहर आने के बाद जगन के नेतृत्व में पार्टी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा है| राज्य को विशेष श्रेणी की स्थिति में रखने की मांग ने उनको इस चुनाव में एक बड़ा मुद्दा दे दिया है| जगन कहते हैं कि विशेष स्थिति एक राज्य के लिए एक भावनात्मक मुद्दा है जो अलग तेलंगाना राज्य के बाद आंध्र के लिए बहुत जरुरी है| अपनी इस मांग के लिए जगन भाजपा सहित कांग्रेस का भी समर्थन करने के लिए तैयार हैं| विशेषज्ञों का कहना है कि जगन की राज्य के लिए विशेष दर्जे की मांग के साथ स्थानीय मुद्दों को मिलाने की क्षमता उनकी इस सफलता का सबसे बड़ा कारण होगी |