
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव
नई दिल्ली। बिहार में चुनाव ( Bihar Election ) से पहले राष्ट्रीय जनता दल ( RJD ) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। कभी नेताओं का दल बदलना तो कभी अपनों की नाराजगी और पार्टी के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ( Lalu Prasad yadav ) की तबीयत को लेकर चिंता। राजद के लिए ये वक्त चुनौतियों से कम नहीं है। ताजा मामला लालू प्रसाद यादव से जुड़ा है। दरअसल झारखंड ( Jharkhand ) में सोमवार को 9 जिलों में कोरोना ( coronavirus ) के 39 नए संक्रमित मरीज मिलने के साथ ही राज्य में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 2854 हो गई है।
इस बीच जो बड़ी खबर आई वो ये कि 39 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 4 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, इनमें से एक RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद की सुरक्षा में तैनात जवान भी शामिल है। ऐसे में अब लालू प्रसाद यादव पर भी कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है।
प्रदेश में लगातार कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। इस बीच पिछले 24 घंटों में करीब 39 कोरोना मरीज संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से चार पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। यही नहीं इनमें से एक लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी भी शामिल है। सुरक्षाकर्मी के पॉजिटिव निकलने के बाद लालू के परिवार और समर्थकों की चिंता बढ़ गई है। थोड़ी सी चूक होती तो मामला गंभीर हो सकता था।
लेकिन यहां सावधानी ये रही कि ये पुलिसकर्मी छुट्टी से ड्यूटी पर लौटा था और लालू यादव की सिक्योरिटी में लगने से ठीक पहले उसकी जांच करवाई गई, जिसमें वह संक्रमित पाया गया। ऐसे में उसका संपर्क लालू यादव से नहीं हो पाया। एहतियात के तौर पर उसके संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जा रही है।
आपको बता दें कि कुछ समय पहले ही लालू प्रसाद यादव के डॉक्टर भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। हालांकि उन्होंने खुद को अलग कर लिया था और फोन पर ही उनकी सलाह लेकर लालू यादव का इलाज करवाया जा रहा था।
इस बीच लालू यादव ने कोरोना का हवाला देते हुए पैरोल पर बाहर आने के लिए अपील भी की थी, लेकिन उन्हें कुछ अन्य मामलों में पैरोल नहीं मिली। फिलहाल लालू यादव रांची के रिम्स अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं।
आपको बता दें कि 6 जुलाई को मिले 39 नए कोरोना पॉजिटिव में लोहरदगा के सिविल सर्जन भी Covid-19 पॉजिटिव पाए गए हैं।
लोहरदगा सिविल सर्जन के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कोरोना के राडार पर लोहरदगा जिले का पूरा स्वास्थ्य महकमा के साथ-साथ जिला प्रशासन भी आ गया है, क्योंकि कोरोना काल में सिविल सर्जन कई महत्वपूर्ण बैठकों में हिस्सा लेते रहे हैं। ऐसे में उनकी संपर्क ट्रेसिंग लिस्ट काफी लंबी हो सकती है।
Published on:
07 Jul 2020 12:17 pm
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