उन्होंने देशवासियों से अपनी विविधताओं का उत्सव मनाने और भारत के अनोखेपन को कायम रखने का आग्रह किया। ‘हमने यह देश समानता के आधार पर नहीं, बल्कि अपनी विविधता के आधार पर बनाया है। हर तरीके से हम सबसे रंग-बिरंगे देश हैं। यह काफी अहम है कि हम ऐसे ही बने रहें।
सुशांत सिंह राजपूत केस के बीच बीजेपी ने उठाया बड़ा कदम, पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस को सौंपी अहम जिम्मेदारी सद्गुरु महामारी कोरोना वायरस के बाद की दुनिया से मिले। उन्होंने भारत के लिए ‘समान अवसर पैदा करने’ के लिए एकजुट होकर देश के निर्माण में आगे बढ़ने पर जोर दिया। उन्होंने इस वक्त हम नहीं आगे बढ़े तो दूसरे एशियाई देशों की तुलना में विकास के क्षेत्र में 25 वर्ष पीछे रह जाएंगे।
गलतियों को आगे ना खींचें सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने कहा कि पिछली गलतियों को आगे न खींचें, बल्कि इस मौके की ‘जबरदस्त संभावना’ पर ध्यान केंद्रित करें। ‘जो देश हम हैं वो अपनी बुद्धि, अपने ज्ञान और अपने इतिहास के लिए और जो सांस्कृतिक ताकत हमारी है, उतना मजबूत आधार हमें दूसरे देशों की मंडली में नहीं मिला है। विकास और खुशहली की ओर पूरे जोश से बढ़ने का यही समय है।’
युवाओं के लिए खास संदेश भारतीय युवा के लिए, जिनके बीच वे जबरदस्त प्रचलित हैं, सद्गुरु का एक खास संदेश था। युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा- ‘इस देश के युवा को समझना चाहिए कि इस देश का भविष्य आपके कौशल पर, आपकी काबिलियत पर आपके दृढ़ संकल्प और इस देश में एक प्रेरित तरीके से आपके काम करने पर निर्भर है।’
भारत फैली हुई महामारी के बीच, 74वां स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day Celebration ) एक छोटे स्तर पर मना रहा है। लाल किले का पारंपरिक उत्सव, सामान्य रूप से मौजूद रहने वाले लोगों की तुलना में, सिर्फ एक चौथाई लोगों के लिए खुला है।
कोरोना वैक्सीन को लेकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार को दी नसीहत, जानें क्या कुछ कहा स्कूलों में भी इस वर्ष पहले की तरह आजादी का जश्न नहीं मनाया गया और सरकार ने लोगों से घर पर ही रहकर इसे मनाने और विशाल जन समूह बनाने से बचने का अनुरोध किया है।