
sandstorm
नई दिल्ली। राजस्थान के बीकानेर से उठा रेतीला तूफान बीती रात राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में पहुंच गया। सोमवार की रात दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में रेतीले तूफान ने भयंकर तबाही मचाई है। दिल्ली समेत हरियाणा के कई इलाकों में देर रात रेतीले तूफान ने दस्तक दे दी। तेज आंधी और बारिश की वजह से दिल्ली और आसपास के कई इलाकों में बिजली गुल होने की समस्या लोगों के सामने आई। इस तूफान की रफ्तार से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो कितना खतरनाक है। जानकारी के मुताबिक, रेतीले तूफान की रफ्तार 70 किलोमीटर प्रतिघंटा की बताई गई है।
क्या होता है रेतीला तूफान
पिछले कुछ दिनों से रेतीला तूफान खूब सुर्खियों में है। ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि आखिर ये होता क्या है और कैसे ये आता है। आपको बता दें कि रेतीला तूफान रेतीले क्षेत्रों में आने वाले तेज तूफान को कहा जाता है, जिसमें तेज हवा जमीन से रेत की उपरी परत को अपने साथ ले उड़ती है और ये हवाएं कहीं भी किसी भी दिशा का रूख कर सकती हैं। इसमें एक रेत का गुबार तेज गति से हवा में घूमता है। यह सामान्य तूफान की तरह होता है, लेकिन इसमें मिट्टी की मात्रा अधिक होता है और वातावरण में नमी नहीं होती है।
कितना है खतरनाक
जाहिर सी बात है कि जब बात तूफान की हो तो आम जनजीवन के लिए वो खतरनाक ही होगा, लेकिन रेतीले तूफान की रफ्तार और इसमें धूल की मात्रा लोगों के लिए बेहद खतरनाक होती है। इस तूफान की ऊंचाई भी हवा की स्पीड पर निर्भर करती है। इस तूफान में की हाइट सैकड़ों फीट तक हो सकती है और कई बार यह हजार फीट तक भी पहुंच जाता है। ऐसे में जिन इलाकों में ये तूफान आता है, वहां की बिल्डिंगों को भी अपने आगोश में ले लेता है। रेतीले तूफान की गति और इसमें रेत की मात्रा जानलेवा होती है। तेज हवाओं से जान-माल का नुकसान होता है, लेकिन रेतीले तूफान में हवा के साथ मिट्टी भी आती है जो आपकी हेल्थ के लिए भी काफी खतरनाक है। साथ ही मिट्टी की वजह से विजिबिलिटी पर काफी असर होता है और ट्रेन, हवाई और सड़क यात्रा प्रभावित होती है।
तूफान की गति खतरनाक
खास बात ये है कि इसकी स्पीड 25 माइल्स प्रति घंटा होती है। जब रेतीला तूफान आता है तो आप पहले से अंदाजा नहीं लगा सकते और यह कुछ ही समय में एक स्थान से दूसरे स्थान पर ट्रेवल कर लेता है।
Published on:
08 May 2018 07:53 am
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