
नई दिल्ली।
पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembley Elections 2021) के बाद जो नतीजे आए, उसमें तृणमूल कांग्रेस ने बंपर सीटों से जीत हासिल की और ममता बनर्जी तीसरी बार सत्ता में आईं। यह बात अलग है कि ममता बनर्जी खुद नंदीग्राम सीट से विधानसभा चुनाव हार गईं। हालांकि, अब वे भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ेंगी।
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस से कई नेता पार्टी छोडक़र भाजपा में शामिल हो गए थे। इनमें कई अब वापसी करना चाहते हैं। अपनी गलती मानते हुए वे सार्वजनिक रूप से मुख्ममंत्री ममता बनर्जी से माफी मांगते हुए उनसे तृणमूल कांग्रेस में फिर से शामिल किए जाने की अपील भी कर रहे हैं।
हाल ही में सतगछिया से पूर्व विधायक सोनाली गुहा और अब सरला मुर्मु ने ममता बनर्जी से सरेआम माफी मांगी है। वैसे माना जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद ही इन नेताओं का ह्रदय परिवर्तन हुआ है और चुनाव से पहले पार्टी छोडक़र भाजपा में जाने को बड़ी गलती बताते हुए अब वापसी का मन बना रही हैं।
मालदा के हबीबपुर विधानसभा क्षेत्र में सरला मुर्मु की पार्टी में अच्छी पकड़ थी। बावजूद इसके उन्होंने चुनाव से ठीक पहले भाजपा का दामन थाम लिया था। यही नहीं, सरला को ममता बनर्जी ने तृणमूल से टिकट भी दिया था, मगर उन्होंने टिकट यह कहकर ठुकरा दिया कि पार्टी में काम करने की अनुमति नहीं है। यहां बस नेताओं को पद दिए जाते हैं। सरला के इस कदम की तब काफी चर्चा भी हुई थी। बहरहाल, सरला ने अब वापस तृणमूल कांग्रेस में लौटने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने ममता बनर्जी से माफी मांगते हुए कहा कि भाजपा में शामिल होना बड़ी गलती थी और दीदी इसके लिए उन्हें माफ कर दें।
सैनिक की तरह वापसी करना चाहती हूं- सरला
सरला ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले टीएमसी यह कह कर छोड़ी थी कि इस पार्टी में नेताओं को केवल पद दिए जाते हैं। यहां किसी को काम करने की अनुमति नहीं है हमें भाजपा से कुछ नहीं चाहिए, बस हम निस्वार्थ भाव से काम करना चाहते हैं और इसी लिए भाजपा में शामिल हुए हैं। ऐसे में सरला की वापसी को लेकर तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेता सवाल खड़े कर रहे हैं। सरला उन्हें जवाब देते हुए कहती हैं कि अब वे तृणमूल में एक सैनिक के तौर पर वापसी करना चाहती हैं। उस वक्त गलतफहमी हो गई थी, जिसकी वजह से ऐसे बयान दिए।
मैं जिंदा नहीं रह पाऊंगी- सोनाली
सरला के अलावा, सतगछिया से तृणमूल कांग्रेस की पूर्व विधायक और ममता बनर्जी की करीबी माने जाने वाली सोनाली गुहा ने भी खुला पत्र लिखते हुए पार्टी छोडऩे का ऐलान किया था। मगर ममता बनर्जी के भारी बहुमत से तीसरी बार सत्ता में आने के बाद सोनाली को अपनी गलती का अहसास हो गया है। सोनाली का अब कहना है कि दीदी आप मुझे माफ नहीं करेंंगी तो मैं जिंदा नहीं रह पाऊंगी। मैंने भावनाओं में बहकर अभिमान में गलत पार्टी में जाने का निर्णय लिया था। मगर जिस तरह से मछली बिना पानी जिंदा नहीं रह सकती, उसी तरह मैं दीदी के बिना जिंदा नहीं रह सकती हूं। दीदी आप अपने आंचल के तले रहने का मौका मुझे एक बार फिर दे दीजिए।
हमें कोई आपत्ति नहीं- भाजपा
तृणमूल कांग्रेस से टूटकर भाजपा में शामिल होने वाले नेता जब वापस लौट रहे हैं, तो पार्टी ने भी उस पर कोई आपत्ति जाहिर नहीं की है। भाजपा प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि अगर कोई नेता अपनी पुरानी पार्टी में शांति पाता है, तो हमेंं कोई आपत्ति नहीं है।
Published on:
24 May 2021 09:11 am
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