हॉन्टेट हाउसेस की लिस्ट तैयार की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,शिमला में आज की तारीख में सैकड़ों ऐसे सरकारी भवन हैं जो भूतों या नकारात्मक शक्तियों के कारण खाली पड़े हैं। सरकरी अधिकारियों के बीच इन भुतहा भवनों की चर्चा इस कदर फैली है कि सरकार ने ऐसे हॉन्टेट हाउसेस की एक लिस्ट तैयार कर डाली है। इन भवनों को लेकर सरकारी महकमें में चर्चा है कि इनका क्या किया जाए। यह भवन ज्यादातर अंग्रेजों के समय के हैं। लोगों का कहना है कि जो भी इन भवनों आकर रहता है, उसे अपने परिवार का एक सदस्य खोना पड़ जाता है।
तीन हजार आवासों की आवश्यकता शिमला सरकार के जीएडी के पास कुल 1848 अलग-अलग वर्ग के आवास हैं। जबकि सरकारी कर्मचारियों को 3000 आवासों की जरूरत है। कर्मचारियों की भारी मांग के चलते बड़ी संख्या में अभी लोग लाइन में हैं। जो लोग इन कथित भुतहा घरों में रह चुके हैं,उन्होंने यहां प्रेतआत्माओं होने और अजीबो गरीब हरकतें होने का दावा किया है। एक कर्मचारी ने बताया कि रात में अचानक अलमारी से उनकी प्लेटें गिर जाती थीं जबकि किचन में देखा तो कोई नहीं था। कभी-कभी रात में किसी औरत के गाना गाने की आवाजें आती थीं। इस तरह की घटनाओं से तंग आकर अधिकारियों ने समय पहले इन आवासों को छोड़ दिया। कुछ तो किराए के कमरों में जाकर रहने लगे। सरकार के इन आवासों का क्या करे इसकी रणनीति तैयार की जा रही है।