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प्रस्ताव को स्वीकृति मिली
इस संबंध में स्वास्थ्य,चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है। इसे अब स्वीकृति के लिए मंत्रिपरिषद की बैठक में रखा जाना है। मुख्यमंत्री द्वारा पेश प्रस्ताव के तहत झारखंड स्वास्थ्य सेवा के शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक संवर्ग में मई 2021 से मार्च 2022 तक सेवानिवृत होने वाले चिकित्सकों की एक बार के लिए सेवानिवृत्ति की तिथि को छह माह तक के लिए बढ़ाया जाएगा।
राज्य में चिकित्सकों की कमी
गौरतलब है कि चिकित्सकों की कमी के कारण कोरोना से निपटने में राज्य को दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना महामारी की तीसरी लहर भी देश में आ सकती है। ऐसे में झारखंड सरकार रिडायर्ड होने जा रहे चिकित्सकों को रोकने का प्रयास कर रही है। राज्य में चिकित्सकों की कमी है। ऐसे में गैर शैक्षणिक संवर्ग में स्वीकृत बल 2316 की तुलना में 1597 और शैक्षणिक संवर्ग में स्वीकृत बल 591 के विरुद्ध 285 चिकित्सक कार्यरत हैं।
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अगले एक साल में इतने चिकित्सक होंगे रिटायर्ड
अगले एक साल में गैर शैक्षणिक संवर्ग के 44 और शैक्षणिक संवर्ग के 15 चिकित्सा सेवानिवृत्त होने वाले हैं। कोरोना से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए राज्य सरकार ने ऐसे चिकित्सक जो मई 2021 से मार्च 2022 के बीच सेवानिवृत्त हो जाएंगे, उनकी सेवा को छह माह तक बढ़ाने का फैसला लिया है।