लग्जरी लाइफ जीने वाला मौलाना साद हुआ अंडरग्राउंड, करोड़ों के फार्महाउस का हुआ खुलासा पुलिस जमातियों की तलाश में जुटी हुई है और नाकाबंदी कर रही है। गौरतलब है कि पुणे से फरार हुए तबलीगी जमात के 10 लोग 23 फरवरी को दिल्ली से लौटे थे। इसके बाद वे 6 मार्च तक पुणे में ही रहे। इसके बाद वे शिरूर चले गए और वहां की एक मस्जिद में रह रहने लगे। हालांकि दिल्ली के निजामुद्दीन का मामला सामने आने के बाद पुणे जिला प्रशासन ने इन सभी को होम क्वारंटीन कर दिया। उनके हाथों पर पहचान के लिए मोहर भी लगाई गई थी, लेकिन ये लोग वहां से भाग निकले हैं।
मोबाइल नंबर से कर रहे ट्रेस
पुणे पुलिस और जिला प्रशासन फरार जमातियों को पकड़ने के लिए उनके मोबाइल नंबर से ट्रेस कर रही है। हालांकि इस मामले में पुणे के विभागीय आयुक्त डॉ. दीपक म्हैसेकर का कहना है कि ये दस लोग तबलीगी जमात से हैं, लेकिन इनका निजामुद्दीन मामले से कोई संबंध नहीं है।