
तबलीगी जमात का मुखिया मौलाना साद
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस ( Coroanvirus ) के फैलाव में अहम भूमिका निभाने वाले तबलीगी जमात ( Tablighi Jamat ) का प्रमुख मौलाना साद ( Maulana Saad ) अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है। दरअसल दो महीने पहले दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मकरज ( Nizamuddin Markaz ) में बड़ी संख्या में तबलीगी जमात के लोगों को एकत्र करने और उसके बाद इन सभी के देश के विभिन्न राज्यों में जाने के बाद कई राज्यों में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढोतरी हुई थी।
मरकज में एक सप्ताह की सभा आयोजित की गई थी, जिसमें देश-विदेश के तबलीगी जमात के हजारों की संख्या में लोग एकत्र हुए थे। इस बीच मामले के दो महीने बीत जाने के बाद भी दिल्ली क्राइम ब्रांच ( Crime Branch ) को मौलाना साद की कोरोना रिपोर्ट नहीं मिली है। इस रिपोर्ट के इंतजार में क्राइम ब्रांच मौलाना साद से पूछताछ नहीं कर पा रही है।
तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद ने अब तक दिल्ली पुलिस ( Delhi Police ) को अपनी कोरोना रिपोर्ट ( Corona Report ) नहीं सौंपी है, जिसकी वजह से मौलाना इस अहम मामले में अब तक पूछताछ नहीं हो पा रही है।
क्राइम ब्रांच के मुताबिक मौलाना साद ने अभी तब अपनी सरकारी लैब की टेस्ट रिपोर्ट क्राइम ब्रांच को नहीं सौंपी है। क्राइम ब्रांच का कहना है कि फिलहाल उन्हें मौलाना साद की टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार है। उसके बाद ही उसे पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
इससे पहले क्राइम ब्रांच की टीम मरकज केस से जुड़े जमात के 7 में से 6 आरोपियों से अब तक पूछताछ की जा चुकी है। लेकिन इस केस के मुख्य आरोपी मौलाना साद से पूछताछ होनी बाकी है।
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी का कहना है कि हमें सरकारी अस्पताल से मौलाना साद की कोविद -19 परीक्षण रिपोर्ट नहीं मिली है। इस संबंध में एक नोटिस उन्हें कुछ सप्ताह पहले दिया गया था, लेकिन अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दरअसल मौलाना साद ने पहले एक निजी लैब में कोविद -19 के लिए नकारात्मक परीक्षण की रिपोर्ट क्राइम ब्रांच को सौंपी थी। लेकिन क्राइम ब्रांच की टीम ने साद को एक सरकारी लैब की टेस्ट रिपोर्ट सौंपने पर जोर दिया है।
उधर..जमात के प्रवक्ता शाहिद अली ने कहा कि उन्होंने बिना किसी परेशानी के जारी निर्देशों के अनुपालन में जांच में सहयोग किया है। “मौलाना साद कोविद -19 के लिए परीक्षण किए जाने पर नकारात्मक पाए गए और इसकी विधिवत जांच रिपोर्ट एजेंसी को सूचित भी की गई।
अली ने कहा जांच अधिकारी की ओर से या माननीय अदालत की ओर से निर्देशित किया जाता है तो हम जांच अधिकारी (IO) के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं।
क्राइम ब्रांच का कहना है कि मौलाना साद जानबूझकर जांच से दूर भाग रहा है। फिलहाल छह पदाधिकारियों के पूछताछ के दूसरे दौर की भी योजना बनाई गई है और जांचकर्ताओं के समक्ष उनकी उपस्थिति की मांग करने वाले नोटिस जल्द ही दिए जाएंगे।
आपको बात दें कि दिल्ली के निज़ामुद्दीन में जमात के मुख्यालय में कम से कम 34 देशों के 900 से अधिक विदेशियों सहित हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। वहीं मार्च के अंत में विदेशियों सहित 2,300 से अधिक लोगों को मुख्यालय से बाहर निकाला गया और विभिन्न क्वारंटीन सुविधाओं में दर्ज किया गया। मण्डली इन समूहों की वजह से दिल्ली और तमिलनाडु बड़ी संख्या में संक्रमण फैला।
Published on:
09 Jun 2020 10:52 am
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