‘महाधरने’ में शामिल होने हैदराबाद जानेवाले थे प्रदर्शनकारी नेता
हिरासत में लिए गए सभी नेता परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी के बाद विपक्षी दलों की ओर से आयोजित किए जा रहे ‘महाधरने’ में शामिल होने के लिए हैदराबाद जाने वाले थे। प्रदर्शनकारी नेताओं की मांग है कि शिक्षा मंत्री जगदीश रेड्डी इस्तीफा दें। बता दें कि आत्महत्या करने वाले विद्यार्थियों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे विपक्षी दलों के कई प्रदर्शनकारियों और छात्र संगठनों ने बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन (BIEE) कार्यालय पर धरना देने का प्रयास किया, जिसके बाद यह तनाव शुरू हुआ।
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इनकी हुई गिरफ्तारी
जानकारी मिल रही है कि BIEE कार्यालय के चारों तरफ अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर बेरीकेडिंग कर दी गई है। साथ ही पुलिस ने कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), तेलुगू देशम पार्टी (TDP), तेलंगाना जन समिति (तेजस) और NSUI, PDSU, AISF और TVV जैसे छात्र संगठनों के सदस्यों को रोक दिया और उन्हें वाहनों से विभिन्न पुलिस स्टेशनों पर भेज दिया। इसके साथ ही पुलिस ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गीता रेड्डी, तेजस अध्यक्ष एम. कोडंडरम, तेदेपा प्रदेश अध्यक्ष एल. रमन और वरिष्ठ नेता आर. चंद्रशेखर रेड्डी जैसे नेताओं को गिरफ्तार किया है।
कांग्रेस नेता अंजन कुमार समेत कई नजरबंद
यही नहीं, ABVP के कार्यकर्ता बेगमपेट में मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के आधिकारिक आवास प्रगति भवन के पास विरोध प्रदर्शन करने का प्रयास रहे थे, पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए इमारत में प्रवेश करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस नेता अंजन कुमार यादव, वी. हनुमंत राव, सिरिसलिलम गौड़ को हैदराबाद में नजरबंद रखा गया है।
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21 विद्यार्थी कर चुके हैं आत्महत्या
प्रदर्शन के बीच सोमवार को तेलंगाना उच्च न्यायालय में इस मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान राज्य सरकार ने अदालत को बताया कि अनुत्तीर्ण हुए सभी छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं के निशुल्क पुनरीक्षण का आदेश दे दिया गया है। राज्य सरकार के मुताबिक यह प्रक्रिया आठ मई तक पूरी हो जाएगी। वहीं, इन सब के बीच परीक्षा में फेल होने पर तीन दिन पहले खुद को आग लगाने वाली एक छात्रा की करीमनगर में एक अस्पताल में मौत हो गई। अब इसके बाद 18 अप्रैल को परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद आत्महत्या करने वाले विद्यार्थियों की संख्या 21 हो गई है।
रिजल्ट में हुई इस तरह की गड़बड़ियां
अदालत ने BIEE को पुनरीक्षण के बाद उत्तीर्ण होने वाले छात्रों का विवरण दाखिल करने का आदेश दिया। इंटरमीडिएट के 11वीं और 12वीं में कुल 9.74 लाख छात्रों ने फरवरी-मार्च में परीक्षा दी थी जिनमें 3.28 लाख छात्र अनुत्तीर्ण हो गए। इसके बाद मूल्यांकन में भारी पैमाने की गड़बड़ियों की आशंका जताई गई। पहले साल जिन बच्चों के बेहतरीन अंक आए थे, दूसरे साल में उन्हीं को सौ में दस से भी कम अंक मिले हैं। कई बच्चों ने परीक्षा दी लेकिन उन्हें गैरहाजिर बता दिया गया। सरकार ने तीन सदस्यीय समिति बनाई जिसने बीआईई और आईटी कंपनी ग्लोबारेना टेक्नोलॉजीज (जिसकी सेवा परीक्षा के संबंध में ली गई थी) द्वारा कई गड़बड़ियां पाईं। BIEE ने रविवार को एक ऐसे शिक्षक को निलंबित कर दिया जिसने एक विद्यार्थी को एक विषय में मिले 99 अंकों की जगह जीरो लिख दिया।