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वैक्सीन की बर्बादी करने वाले देश के टॉप 10 राज्य, लक्ष्यदीप पहले और बिहार छठवें स्थान पर

सबसे कम वैक्सीन की बर्बादी करने वाला राज्य मणिपुर है, बिहार के वैक्सीन सेंटर पर तीन दिनों में 27 डोज खराब हुईं।

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नई दिल्ली। वैक्सीनेशन को लेकर देशभर में मारामारी मची हुई है। मगर कई राज्यों में वैक्सीन की बर्बादी देखी जा रही है। एक रिपोर्ट में वैक्सीन की बर्बादी करने वाले देश के टॉप दस राज्यों की सूची जारी की गई है। इस लिस्ट में सबसे ऊपर लक्ष्यक्षीप है। वहीं मेघालय,तामिलनाडु, दमन और मणिपुर से अधिक वैक्सीन की बर्बादी बड़े राज्यों में गिने जाने वाले बिहार में हुई है।

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डोज का कंबीनेशन मैच नहीं करा

वैक्सीन की बर्बादी करने वाले देश के टॉप दस राज्यों में बिहार छठे स्थान पर है। बिहार वैक्सीन की बर्बादी में मेघालय, तमिलनाडु, दमन और मणिपुर से आगे है। यहां पर वैक्सीनेशन के शुरुआती दौर में सबसे ज्यादा बर्बादी हुई थी। डोज का कंबीनेशन और लाभार्थियों की संख्या में मैच नहीं करने के कारण समस्या आई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट से खुलासा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रिपोर्ट में वैक्सीन की बर्बादी करने वाले देश के 10 राज्यों की सूची तैयार की गई है। इसमें राज्यों को इस क्रम में रखा गया है जो वैक्सीन की बर्बादी करते हैं। वैक्सीन की बर्बादी का आंकड़ा प्रतिशत में तय किया गया है। केंद्र ने नौ मई तक की एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें सबसे ज्यादा वैक्सीन की बर्बादी करने वाला राज्य लक्षद्वीप है। वहीं सबसे कम वैक्सीन की बर्बादी करने वाला राज्य मणिपुर है।

राज्य और बर्बादी का प्रतिशत

लक्ष्दीप - 22.74 प्रतिशत
हरियाणा - 6.65 प्रतिशत
आसाम - 6.07 प्रतिशत
राजस्थान - 5.50प्रतिशत
बिहार - 4.96 प्रतिशत
दमन - 4.93प्रतिशत
मेघालय - 4.21 प्रतिशत
तमिलनाडु - 3.94 प्रतिशत
मणिपुर - 3.56 प्रतिशत

तीन दिनों में 27 डोज बर्बाद हुई

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बिहार के नालंदा मेडिकल कॉलेज NMCH में वैक्सीनेशन की पड़ताल में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। देश के वैज्ञानिकों ने बड़ी मेहनत कर जिस वैक्सीन को तैयार किया, उसकी डोज यहां बर्बाद हो रही थी। यहां पर तीन दिनों में 27 डोज बर्बाद हुई थी।

NMCH में कोवैक्सीन की डोज देने का सिलसिला जारी था। इसकी एक वायल में 20 डोज होती थी। इस वैक्सीन सेंटर पर तीन दिनों में 27 डोज खराब हुईं। यहां के डॉक्टरों के अनुसार एक वायल से 20 लोगों का टीकाकरण हो जाता है। इसके खुलने के 4 घंटे बाद वैक्सीन खराब हो जाती है। अब एक वायल में वैक्सीन की दस खुराकें ही दी जा रही हैं। इसके बाद वैक्सीन की बर्बादी पर थोड़ा अंकुश लग सकता है।

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वैक्सीनेशन में शानदार प्रदर्शन

देश में केरल ऐसा राज्य है, जहां पर बर्बाद होने वाली वैक्सीन का उपयोग भी ठीक ढंग से किया गया है। उसने 87 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण करा है। हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश के अनुसार राज्यों को वैक्सीन की 10 फीसदी तक बर्बाद होने तक की छूट दी गई है। इस स्थिति में कह सकते हैं कि केरल ने वैक्सीनेशन में शानदार प्रदर्शन किया है।


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