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ट्राई चेयरमैन का आधार सार्वजनिक करना सही नहीं, गलत जगह दिखाया जोश : साइबर कानून विशेषज्ञ

भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण के चेयरमैन आर. एस. शर्मा द्वारा अपने आधार को ट्विटर पर सार्वजनिक कर हैकर को चुनौैती देना साइबर कानून विशेषज्ञ ने गलत बताया। उन्होंने कहा कि ट्राई के चेयरमैन ने गलत जगह जोश दिखाया है।

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ट्राई चेयरमैन का आधार सार्वजनिक करना सही नहीं, गलत जगह दिखाया जोश : साइबर कानून विशेषज्ञ

नई दिल्ली। साइबर कानून विशेषज्ञ ने भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण के चेयरमैन आर. एस. शर्मा द्वारा अपने आधार को सार्वजनीक करने को गलत बताया है। साइबर कानून के विशेषज्ञ ने कहा कि आर. एस. शर्मा द्वारा उनके आधार को लेकर आलोचकों और हैकर्स दी गई खुली चुनौती देना गलत जगह पर जोश दिखाने जैसा है। विशेषज्ञ के अनुसार, इससे आधार इकोसिस्टम की सुरक्षा को लेकर बहस कमजोर पड़ गई है।

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ट्राई के चेयरमैन ने ट्विटर पर सार्वजनिक किया था आपना आधार नंबर

बता दें कि आर. एस. शर्मा ने 28 जुलाई को 12 अंकों वाली अपनी आधार संख्या ओ सार्वजनिक कर ट्विटर पर तूफान ला दिया। उन्होंने यह कदम एक सरकारी सेवक के रूप नहीं बल्कि भारत के एक सामान्य नागरिक के तौर पर उठाया, जोकि उन लाखों भारतीयों के लिए खतरनाक उदाहरण बन सकता है जिनमें निजता को लेकर अभी तक जागरुकता नहीं आई है।

हैकर को चुनौती देना गलत

साइबर कानून विशेषज्ञ पवन दुग्गल ने मीडिया से बतात करते हुए कहा कि इस प्रकार की चुनौती देना गलत जगह पर दिखाया गया जोश है। वह खतरनाक राह पर चल रहे हैं जो आने वाले दिनों में नुकसानदेह हो सकता है क्योंकि उनका व्यक्तिगत और बैंक की जानकारी अब सार्वजनिक हो चुका है।

दुग्गल ने कहा कि ट्राई के चेयरमैन शायद भूल गए हैं भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) का केंद्रीय डाटा आधार सुरक्षित हो सकता है। लेकिन कई तीसरा पक्ष वेंडर अब प्रमुख दस्तावेज के तौर पर आधार स्वीकार कर रहे हैं जिससे उसका दुरुपयोग हो सकता है क्योंकि देश का साइबर सुरक्षा कानून कमजोर है।

शर्मा द्वारा उठाए गए कद पर दुग्गल ने जताया दुख

आर. एस. शर्मा द्वारा उठाए गए कद पर दुग्गल ने दुख जाहिर करते हुए कहा, "आधार के दुरुपयोग को लेकर देशभर में कई मामले दर्ज किए गए हैं। आधार के प्रति लोगों के विश्वास में कमी आई है और इस स्थिति में आधार की सुरक्षा पर व्यापक कार्य करने के बजाय हम देख रहे हैं सरकार के शीर्ष पद पर बैठे अधिकारी आधार संख्या ट्विटर पर पोस्ट कर रहे हैं।"

वहीं ट्राई के चेयरमैन द्वारा अपने आधार नंबर के खुलासे के बाद नीतिपरक हैकर ने उनके कम से कम 14 निजी जानकारी का खुलासा किया है, जिसमें उनका मोबाइल नंबर, घर का पता, जन्म तिथि, पैन नंबर और मतदाता पहचान पत्र शामिल हैं।