उनका का कहना है कि
COVID-19 के कारण गंभीर रूप से प्रभावित वैश्विक व्यापार को दोबारा उभरने में कुछ समय लगेगा। लेकिन जहां तक बात भारतीय रेलवे ( Indian Railway ) की है तो कोरोना के चलते फिलहाल रेलवे पर कोई प्रभाव नहीं दिखता। रेलवे पर कोरोना के असर के बारे में कहना फिलहाल जल्दबाजी होगी।
रेल मंत्री पीयूष गोयल एक इंटरव्यू में हाल में मोदी सरकार दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष के पूरा होने पर सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे। वहीं रेलवे (Indian Railway) पर कोरोना के प्रभाव को लेकर रेल मंत्री ने कहा, हमने अभी तक इसका को हिसाब नहीं लगाया है और हमें यह देखना होगा कि यह प्रभाव कब तक जारी रहता है।
उन्होंने कहा कि अब तक बुकिंग बहुत ज्यादा नहीं है। इसलिए, हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि वित्तीय प्रभाव की भविष्यवाणी करना अभी थोड़ा जल्दबाजी है। लंबे समय से अटके मुद्दों को निपटाया
वहीं रेल मंत्री ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष को चुनौतियों को अवसर में बदलने वाला वर्ष बताया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से कई लंबित मुद्दे थे, जिनको मोदी सरकार ने बखूबी निपटाया है।
इनमें कश्मीर के अनुच्छेद 370 और 35-A को निरस्त करना, तीन तालक कानून और नागरिकता संशोधन विधेयक प्रमुख रूप से शामिल हैं। इतना ही नहीं इस दौरान कोर्ट ने राम मंदिर मुद्दे को हल किया, जो कि मील का पत्थर साबित हुआ।
आत्मनिर्भर भारत से विकास को मिलेगी गति
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से पूरी दुनिया इस समय आर्थिक संकट से गुजर रही है। ऐसे में देश के आर्थिक विकास के लिए पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज का ऐलान किया। 20 लाख करोड़ रुपए के इस पैकेज के जरिये ना सिर्फ फिर खड़े होंगे बल्कि अपने विकास को गति देने में भी अहम योगदान मिलेगा।