नई दिल्ली। उरी हमले में किसी बड़ी चूक के पीछे जिम्मेदार माने जा रहे सेना के अधिकारियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। इसी के तहत उरी ब्रिगेड के कमांडर अपने पद से हटा दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि जब तक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी पूरी नहीं होती तब तक वो पद पर नहीं रहेंगे। उरी हमले का कारण सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त ना होना माना जा रहा है। इसकी वजह से ही उरी ब्रिगेड के कमांडर को अपने पद से हटाया गया है। गौरतलब है कि इस हमले में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे।
पेट्रोलिंग में मिली कमी
सूत्रों के अनुसार उरी में जहां कैंप था, वहां सैनिकों की पेट्रोलिंग ठीक से नहीं की जा रही थी, जिसकी वजह से आतंकी कैंप में आग लगाने में कामयाब हुए। आज सेना प्रमुख उरी पहुंच रहे हैं और उनके आने से पहले उरी के ब्रिगेड कमांडर को हटाया गया है। उन्हें जांच पूरी तक उधमपुर हैडक्वार्टर भेजा गया है। जांच होने तक उन्हें कोई अतिरिक्त पदभार नहीं दिया जाएगा। उनकी जगह पर नए ब्रिगेडियर इंचार्ज ने पद संभाल लिया है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक पठानकोट हमले के बाद से सेना को सुरक्षा के मोर्चे पर ठीक से ध्यान देने के लिए कहा गया था, लेकिन इसके बावजूद उरी जैसा हमला सुरक्षा में खामियां दिखीं।
सेना प्रमुख जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने पहुंचे
उधर, भारतीय सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम के लगातार उल्लंघन के बीच सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर पहुंचे। रक्षा सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि जनरल दलबीर सिंह आज (शनिवार) सुबह यहां पहुंच रहे हैं। वह राज्य में सीमाओं का जायजा लेंगे। वह उत्तरी कमान मुख्यालयों का दौरा करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी और तीन कॉप्र्स कमांडर 14, 15 और 16 मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि सेना प्रमुख नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर फॉरवर्ड ठिकानों का भी दौरा कर सकते हैं। भारत द्वारा एलओसी पार आतंकवादी ठिकानों पर 'सर्जिकल स्ट्राइकÓ के बाद यह जनरल दलबीर सिंह का जम्मू एवं कश्मीर का पहला दौरा होगा।