
असम में बाढ़ से बुरे हालात, यूएन ने बढ़ाया मदद का हाथ
नई दिल्ली। मौसम का मिजाज लगातार ( weather update )बदल रहा है। देशभर के ज्यादतर राज्यों में मानसून ( Monsoon in India ) की जोरदार आमद ने कई इलाकों मे परेशानी बढ़ा दी है। खास तौर बिहार और असम में लगातार बारिश ( Heavy Rainfall ) के बाद आई बाढ़ ने जिंदगी बेहाल कर दी है। असम में बाढ़ ( Assam Flood ) से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। यहां पर बाढ़ और भूस्खलन के कारण अब तक 85 लोग जान गंवा चुके हैं, तो वहीं बाढ़ के कहर के चलते अब तक 70 लाख लोग प्रभावित हैं।
असम में बाढ़ के बढ़ते कहर के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव के एक प्रवक्ता ने कहा है कि जरूरत पड़ी तो यूएन भारत की मदद करने के लिए तैयार है।
असम में बाढ़ के कहर के बीच सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि अब तक 70 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। लेकिन हम इस मुश्किल का डटकर सामना कर रहे हैं। इस आपदा से हम जीतेंगे। उन्होंने कहा, केंद्र और राज्य सरकार पीड़ितों व प्रभावितों को हर संभव मदद मुहैया करा रही हैं।
काजीरंगा नेशनल पार्क में 109 जानवरों की मौत
काजीरंगा नेशनल पार्क में भी 109 जानवर मारे गए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन बल, एनडीआरएफ और अन्य राहत दल बचाव कार्य में जुटे हैं।
खतरे के निशान से ऊपर बह रही ब्रह्मपुत्र
असम में भारी बारिश और बाढ़ से हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। प्रदेश के 24 जिले पानी में डूबे हैं। ब्रह्मपुत्र भी खतरे के निशान से 11 सेमी ऊपर बह रही है। राज्य में कछार जिले से होकर बहने वाली बराक नदी का जल स्तर भी हाल के दिनों में भी बढ़ रहा है। इससे फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन ने कहा है कि राज्य में 40 लोगों की मौत भूस्खलन में हुई है। तमाम शहर और गांव बाढ़ के पानी डूब गए हैं, धीमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, सोनितपुर, उदलगुरी, दरांग, बक्सा, नलबारी, बारपेटा, चिरांग, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुबरी, गोलपारा, कामरूप, मोरीगांव, नौगांव, पश्चिमी कार्बी आंगलांग, गोलघाट, जोरहाट, माजुली, शिवसागर, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों में लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
Updated on:
21 Jul 2020 03:41 pm
Published on:
21 Jul 2020 02:45 pm
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