बोतलबंद मिनरल वाटर नहीं है ‘सुरक्षित’, व्यापक जांच के बाद खुलासा केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता की भविष्यवाणी करने वाली एजेंसी सफर के मुताबिक राजधानी में वायु गुणवत्ता के ‘बहुत खराब’ होने की वजह देश के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र से बहने वाली धूल बनी। बृहस्पतिवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 347 दर्ज किया गया और इसमें प्रमुख प्रदूषक
PM 10 था, जो मुख्यता धूल होती है।
बता दें कि जब
AQI 0-50 होता है तो इसे ‘अच्छा’ माना जाता है। जबकि 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 को ‘गंभीर’ माना जाता है।
सफर द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि शुक्रवार को राजधानी में वायु गुणवत्ता के सुधरने की संभावना है क्योंकि आंधी-तूफान और तेज हवाएं चलने की संभावना है।
चुनाव प्रचार से दूर रहने वाले आठ बार के सांसद ‘गुरुजी’ को नहीं है पीएम मोदी से डर विज्ञप्ति के मुताबिक, “शुक्रवार दोपहर तक शहर की वायु गुणवत्ता बहुत खराब के सबसे बड़े स्तर पर बनी रहने की संभावना है। हालांकि, आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के चलते आंधी-तूफान और तेज हवाएं बहेंगी जो हवा को साफ करने के साथ ही पारे को भी नीचे ला सकती हैं।”
बता दें कि दिल्ली में पिछले कुछ दिन काफी गर्म और सूखे बने हुए हैं। बीते 30 अप्रैल को अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। वहीं, बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा 41.8 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 26.4 डिग्री दर्ज किया गया।
Indian Politics से जुड़ी
Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें
Facebook पर Like करें, Follow करें
Twitter पर.