
हल्द्वानी (उत्तराखंड)। कहते हैं जब कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी राह मुश्किल नहीं होती है। उत्तराखंड के हल्दवानी निवासी एक फल विक्रेता ने अपने सपने को पूरा करने के लिए कुछ ऐसा ही किया। पेशे से फल विक्रेता धर्मेंद्र कुमार जल्द ही वकील बन जाएंगे। फल बेचते-बेचते धर्मेंद्र कुमार ने अपने कानून की पढाई भी जारी रखी और अब वह जल्द ही वकील के रूप में अपने करियर की दूसरी पारी शुरू करेंगे।
समाचार एजेंसी से बात करते हुए धर्मेंद्र ने कहा कि "मैं फल बेचता हूं लेकिन अध्ययन के लिए समय भी देता हूं। मैं एक अच्छा वकील बन सकता हूं।"
दहेज़ के झूठे मामले में फंसा दिए गए थे धर्मेंद्र
धर्मेंद्र रुद्रपुर यूनिटी लॉ कॉलेज से बीए-एलएलबी कॉम्बो कोर्स के छात्र हैं। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फतेहपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार को 2012 में दहेज उत्पीड़न के झूठे मामले में फंसा दिया गया था। इस घटना से वो लम्बे समय तक अवसाद में रहे। बाद में इसी झूठे आरोप ने उन्हें पढाई कर वकील बनने की प्रेरणा दी।
दुकान और पढाई दोनों साथ-साथ
धर्मेंद्र कुमार ने कानून की पढाई का मार्ग तय किया। वो इस संकल्प के साथ कानून की पढाई कर रहे हैं कि दूसरों को झूठे मामलों से मुक्ति दिला सकें। इसी के तहत उन्होंने 2013 में लॉ पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने का निश्चय किया। फिलहाल वह अपनी दुकान भी चलते हैं और पढाई भी करते हैं। उन्होंने बताया कि अपने को उन्होंने इस तरह समायोजित किया है कि उन्हें पढ़ने का पर्याप्त वक्त मिल जाता है। धर्मेंद्र को उम्मीद है कि वो एक अच्छा वकील बन कर लोगो की सेवा कर सकेंगे और बेगुनाह तथा जरूरतमंद लोगों को न्याय दिला सकेंगे।
Published on:
03 May 2018 11:53 am
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