
Ladakh में 4 किमी के दायरे में बना 'No-Man Zone', Chinese army के पीछे हटने का काम आज होगा पूरा
नई दिल्ली। लद्दाख ( Ladakh ) की गलवान घाटी ( Galwan Valley ) में वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC ) के पास से भारतीय और चीनी सैनिक ( Indian and Chinese soldiers ) दो किलोमीटर पीछे हट गए हैं। यहां पिछले महीने भारतीय-चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प ( India-China Dispute ) में 20 भारतीय जवान ( indian soldiers) शहीद हो गए थे, जबकि अज्ञात संख्या में चीनी सैनिक ( Chinese soldier ) भी मारे गए थे। सूत्रों के अनुसार लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र ( Hot springs area ) से चीनी सेना ( Chinese army ) द्वारा 2 किलोमीटर पीछे हटने का काम आज पूरा हो जाएगा। जबकि गोरगा क्षेत्र से यह प्रक्रिया बुधवार तक पूर्ण कर ली जाएगी।
सोमवार को विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और चीनी स्टेट काउंसिल वांग यी के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। दोनों के बीच इस बातचीत में LAC पर शांति बहाल करने और भारत-चीन सीमा विवाद को आपसी वार्ता के माध्यम से सुलझाने को लेकर प्रतिबद्धता जताई गई। आपको बता दें कि 15 जून को हुई झड़प के बाद दोनों पक्षों में कई दौर की बातचीत हुई। कोर कमांडर की बैठकों में बनी सहमति के अनुसार भारतीय और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक पीछे हटे हैं। दोनों पक्षों के पीछे हटने के साथ, चार किलोमीटर के दायरे में 'नो-मैन जोन' बनाया गया है। इससे दोनों पक्ष इस दुर्गम इलाके में एक-दूसरे की तैनातियों को नहीं देख सकेंगे।
सूत्रों ने बताया कि विश्वास कायम करने के लिए जिस क्षेत्र से सैनिक पीछे हटे हैं, उसकी हवाई निगरानी नहीं करने पर भी सहमति बनी है। सेना के एक सूत्र ने कहा, "परिणामस्वरूप कोई पक्ष वास्तव में नहीं जान पाएगा कि दूसरा पक्ष क्या कर रहा है। भारतीय नौसेना के पी-8आई विमान को लद्दाख में ऊंची जगहों की निगरानी सेवा में लगाया गया था। पी-8आई ने सिक्किम के डोकलाम में 2017 के भारत-चीन गतिरोध के दौरान इसी तरह के निगरानी अभियान को अंजाम दिया था।
Updated on:
07 Jul 2020 06:07 pm
Published on:
07 Jul 2020 05:54 pm
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