Assembly Election Result 2021: कांग्रेस बोली- जनता का मत ही सर्वोपरि, हम चुनाव हारे हैं, हिम्मत नहीं
बहुत ताकतवर होती है कलम
मीडिया जो काम कर रही है वह बहुत ही मुश्किल काम माना जाता है। एक कहावत भी है जो काम तोप, तलवार और ताकत से नहीं होता वह कलम से हो जाता है। इसलिए कहते है कि कलम बहुत ताकटवर होती है। कलम के आगे अच्छे-अच्छे धुरंधर झुकने के लिए मजबूर हो जाते हैं। अक्सर देखा जाता है कई देशों में बड़े-बड़े घोटालों का पर्दाफाश करने में प्रेस का ही बड़ा योगदान रहता है। बड़े-बड़े उद्योगपति नेता और विभिन्न घोटाला को मीडिया का सच मीडिया ही लेकर आता है। समय-समय पर प्रेस ने कई घोटालों का पर्दाफाश किया है और सच्चाई सबके सामने लाए हैं। आज भी लोगों का मीडिया पर बहुत ही गहरा विश्वास है।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2021 की लिस्ट में भारत 142वें स्थान पर
20 अप्रैल, 2021 को जारी नवीनतम विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2021 की लिस्ट जारी की गई है। 180 देशों में भारत 142वें स्थान पर है। पिछले साल भी अपना देश 142वें पायदान पर रहा था। इस लिस्ट में नॉर्वे शीर्ष पर बरकरार है। नॉर्वे पिछले पांच सालों से पहले स्थान पर है। इसके बाद फिनलैंड और डेनमार्क क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। इरीट्रिया सूचकांक के सबसे निचले स्थान, 180 वें स्थान पर है। इस सूची में उत्तरी कोरिया 179वें, तुर्कमेनिस्तान 178वें और चीन 177वें स्थान पर हैं। जर्मनी 13वें जबकि अमेरिका एक पायदान नीचे खिसककर 44वें स्थान पर है। ब्राजील भारत के साथ 142वें जबकि मेक्सिको 143वें और रूस 150वें स्थान पर है। सूचकांक में प्रेस आजादी के लिहाज से देशों को बहुत बुरा और समस्याग्रस्त की श्रेणी में रखा गया है।