
ह्यूस्टन। अमरीका के ह्यूस्टन में अभी पीएम मोदी के भव्य और ऐतिहासिक 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम को बीते हुए कुछ ही दिन हुए हैं और उसी जगह से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिससे पूरा देश गमगीन है।
दरअसल, अपनी वफादारी और कर्तव्य निष्ठा से ड्यूटी करने वाले भारतीय मूल के पुलिस अधिकारी संदीप सिंह धालीवाल को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। अब उनकी कर्तव्य परायणता को देख वहां के हर नागरिक के मन में उनके लिए सम्मान बढ़ गया है।
यही वजह है कि धालीवाल के अंतिम संस्कार में हजारों की तादाद में लोग शामिल हुए। पुलिस अधिकारियों, सिख समुदाय के लोगों, भारतीय मूल के अमरीकियों और ह्यूस्टन इलाके के निवासियों समेत हजारों लोगों ने बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी।
हैरिस काउंटी के पहले सिख डेप्युटी शेरिफ थे धालीवाल
आपको बता दें कि 42 वर्षीय संदीप सिंह धालीवाल हैरिस काउंटी के पहले सिख डेप्युटी शेरिफ थे। हैरिस काउंटी में सिखों की आबादी 10,000 से अधिक है।
धालीवाल उस वक्त चर्चा में आए थे, जब अमरीकी सरकार ने उन्हें नौकरी में रहते हुए दाढ़ी रखने और पगड़ी पहनने की इजाजत दी थी।
बीते शुक्रवार को पश्चिमोत्तर ह्यूस्टन में नियमित ट्रैफिक जांच करने के दौरान कुछ लोगों ने गोली मार कर उनकी निर्मम हत्या कर दी थी।
बुधवार को उनके अंतिम विदाई में धालीवाल के साथ पुलिस अधिकारियों ने 21 बंदूकों की सलामी दी। इसके अलावा बैगपाइप पर ‘अमेजिंग ग्रेस’ की धुन बजाया गया, साथ ही अमरीकी राष्ट्रीय ध्वज में धालीवाल के ताबुत को लपेटा गया, जिसे बाद में शेरिफ एड गोंजालेज ने धालीवाल की पत्नी को सौंप दिया। धारीवाल की पत्नी ने उस ध्वज को अपने सीने से लगा लिया।
बता दें कि बैरी सेंटर में पुलिस महकमे की स्मारक सेवा के बाद धालीवाल के पूरे परिवार और HCSO के सदस्यों ने विनफोर्ड फ्यूनरल होम में उनका अंतिम संस्कार किया।
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Updated on:
03 Oct 2019 11:09 pm
Published on:
03 Oct 2019 04:36 pm
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