
बीजिंग। कोरोना वायरस फैलाने को लेकर लग रहे आरोपों पर चीन ने पलटवार करना शुरू कर दिया है। अमरीका ने पिछले दिनों चीन पर गंभीर टिप्पणी कर कहा था कि अगर उसका इस महामारी को फैलाने में कहीं भी हाथ पाया जाता है तो वह उसे उचित दंड देगा। इस पर चीन ने सवाल उठाए हैं कि एचआईवी और(H1N1) एच1एन1 वायरस का केंद्र अमरीका में रहने के बावजूद जब उस पर कोई दंड नहीं लगाया तो फिर कोरोना संकट में हमारे खिलाफ कार्रवाई की मांग क्यों हो रही है?
HIV पर US से मांगा जाए मुआवजा
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि 2009 में एच1एन1 फ्लू की शुरुआत हुई और वह दुनिया के 214 देशों व क्षेत्रों में फैला, इससे दुनिया में करीब 2 लाख लोगों की जान गई। क्या किसी ने अमरीका से मुआवजे की मांग की है?' उन्होंने सवाल उठाए कि 80 के दशक में फैले एचआईवी की खोज सबसे पहले अमरीका में हुई थी। इसके बाद ही यह पूरी दुनिया में फैल गया। जिसने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया। क्या किसी ने अमरीका को जवाबदेह ठहराया?'
गौरतलब है कि दिसंबर में कोरोना वायरस का मामला सामने आने के बाद ही ट्रंप ने उसे चीनी वायरस बुलाना शुरू किया था और आरोप लगाए थे कि उसने वायरस को लेकर दुनिया से सच छिपा लिया। वहीं, जब अमरीका में स्थिति खराब हुई तो विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने चीन की जवाबदेही तय किए जाने की मांग की।
2008 की मंदी पर भी अमेरिका को लपेटा
चीनी विदेश मंत्रालय ने अमरीका के पुराने घटनाक्रमों को याद करते हुए कहा कि वह 2008 की वैश्विक मंदी के लिए भी जिम्मेदार है। लेकिन किसी ने अमेरिका से नहीं कहा कि आपको इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे। ट्रंप ने शनिवार को आरोप लगाया था कि चीन ने अमरीका के साथ गैर-पारदर्शी व्यवहार किया। उसके साथ सहयोग नहीं किया। ट्रंप ने कहा कि अगर वे जानबूझकर इसे फैलाने के जिम्मेदार पाए गए तो इसके परिणाम भुगतने होंगे।
Updated on:
22 Apr 2020 05:42 pm
Published on:
22 Apr 2020 09:23 am
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