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चीन फिर बना दुनिया के लिए सिर दर्द, अंतरिक्ष में बेकाबू चीनी रॉकेट को लेकर अगले 48 घंटे काफी अहम

Coronavirus के बाद अब चीन ने फिर बढ़ाई दुनिया की चिंता, तबाही मचा सकता है अंतरिक्षण में बेकाबू चीनी रॉकेट, अमरीका के लिए सबसे बड़ी चुनौती

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Chinese Rocket long march 5 b

Chinese Rocket long march 5 b

नई दिल्ली। चीन ( China ) लगातार दुनिया के लिए खतरा बनता जा रहा है। पहले कोरोना वायरस जैसी महामारी का केंद्र बना और अब बेकाबू चीनी रॉकेट ( Chinese Rocket ) ने सबकी चिंता बढ़ा दी है। चीन के रॉकेट ने विश्व के तमाम देशों की धड़कने बढ़ा रखी हैं। खास तौर पर अमरीका के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है।
अंतरिक्ष में बेकाबू हो चुका चीनी रॉकेट अमरीका के लिए मुसीबत बन चुका है।

आशंका जताई जा रही है कि करीब 21 टन वजनी यह रॉकेट घनी आबादी वाले महानगरों जैसे अमेरिका का न्‍यूयॉर्क, स्‍पेन का मैड्रिड और चीन के पेइचिंग शहर को निशाना बना सकता है। हालांकि अभी तक वैज्ञानिक यह पता नहीं लगा पाए हैं कि यह रॉकेट ठीक-ठीक कहां पर गिरेगा। लेकिन अगले 48 घंटे काफी अहम हैं, जब इसकी वास्तविक स्थिति को लेकर सटीक जानकारी मिल सकती है।

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अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण
मिली जानकारी के मुताबिक अगले 48 घंटे काफी महत्वपूर्ण हैं। क्योंकि इस रॉकेट के पृथ्वी ( Earth ) के वायुमंडल में आठ मई को प्रवेश करने के आसार हैं। अमरीकी सरकार ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि 21 टन का यह रॉकेट आठ मई के आसपास कभी भी पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर सकता है।

अब तक लोकेशन को लेकर स्थिति साफ नहीं
खास बात यह है कि अब तक यह बता पाना मुश्किल है कि यह पृथ्वी के वायुमंडल में किस क्षेत्र से प्रवेश करेगा। अन्य सेटेलाइट ट्रैकर्स ने भी 100 फीट लंबे और 16 फीट चौड़े रॉकेट के बारे में बताया है।

इसे 2021-035बी नाम दिया गया है, जो प्रति सेकंड चार मील की गति से आ रहा है। अमरीका इस रॉकेट पर लगातार नजर बनाए रखे हुए हैं। बताया जा रहा है कि अमरीका की कोशिश है कि इस पृथ्वी पर गिरने से रोका जाए।

अंतिम घंटों में मिलेगी सही जानकारी
चीनी रॉकेट के पृथ्वी के वायुमंडल में दोबारा एंट्री के कुछ घंटों पहले ही उसकी लोकेशन को लेकर सही जानकारी मिल सकेगी कि आखिर वो इस एरिया में गिर सकता है।

हालांकि अमरीका के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता माइक हावर्ड ने कहा कि अमरीकी स्पेस कमांड की निगरानी में यह मामला है। चीन रॉकेट की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

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पहले भी बढ़ा चुका है मुश्किल
अंतरिक्ष मामलों के विशेषज्ञ जोनाथन मेगडोबल के मुताबिक यह अच्छे संकेत नहीं हैं। पिछली बार लांग मार्च 5बी रॉकेट छोड़ा था तो इसमें से धातु की बड़ी छड़ें आकाश में निकली थी, जिसके धरती पर टकराने के दौरान आइवरी कोस्ट में इमारतों को नुकसान पहुंचा था।

कई छड़ें आकाश में ही जल गईं, लेकिन कुछ हिस्से धरती पर ही गिरे थे, हालांकि इससे जान-माल को कोई नुकसान नहीं हुआ था। अमरीकी सेना ने कहा कि अनियंत्रित रॉकेट के पृथ्वी पर री-एंट्री को लेकर अमरीकी अंतरिक्ष कमान द्वारा ट्रैक किया जा रहा है।
इस सप्ताह के अंत में उम्मीद
रॉकेट का सबसे बड़ा भाग जिसने कक्षा में चीन के पहले स्थायी अंतरिक्ष स्टेशन के मुख्य मॉड्यूल को लॉन्च किया था, से उम्मीद की जा रही है कि वह इस सप्ताह के अंत में किसी अज्ञात स्थान पर जल्द से जल्द पृथ्वी पर वापस आ जाएगा।

चीन का सबसे बड़ा करियर रॉकेट
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते अंतरिक्ष में चीन के आगामी स्पेस स्टेशन के पहले बिल्डिंग ब्लाक तिआनहे को भेजने के लिए लांगमार्च 5बी का इस्तेमाल किया गया था। तिआनहे को चीन के हैनान प्रांत स्थित सेंटर से लांग मार्च 5बी के जरिये 29 अप्रैल को लांच किया गया।

खास बात यह है कि यह चीन का सबसे बड़ा करियर रॉकेट है। चीन का लक्ष्य 2030 तक अमरीका, रूस और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के मुकाबले एक प्रमुख अंतरिक्ष शक्ति बनना है। हालांकि लांग मार्च 5बी के असफल होने से चीन को भी बड़ा झटका लगा है।