South China Sea: चीन ने अमरीकी विमान को खदेड़ा, धमकी के जवाब में भेजा बमवर्षक विमान ट्वीट्स को लेकर पछताना पड़ता है शुक्रवार को एक इंटरव्यू में ट्रंप ने इस बात को स्वीकार लिया कि उन्हें अक्सर अपने ट्वीट्स को लेकर पछताना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पत्र की तरह ज्यादातर लोग इसमें सोचने का समय नहीं लेते हैं। अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि सबसे अधिक रीट्वीट्स उन्हें परेशानी में डाल देते हैं।
आपको अचानक फोन आने लगते हैं, रीट्वीट्स परेशानी में डालते हैं साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि यह प्रक्रिया पुराने दिनों की तरह नहीं है, जब लोग खत लिखते थे और इसे भेजने से पहले उसे परखते थे। उन्हें दोबारा सोचने का समय मिलता था। ट्विटर पर ज्यादातर लोग ऐसा नहीं करते हैं। इस मामले में लोग तुरंत लिख डालते हैं। ये अच्छा लगता है, लेकिन तब आपको अचानक फोन आने लगते हैं, क्या आपने वास्तव में ऐसा कहा है, अक्सर रीट्वीट्स सबसे अधिक परेशानी में डाल देते हैं।
जनता के बीच आक्रोश बढ़ गया था उन्होंने आगे कहा कि ज्यादातर हम कुछ अच्छा देखते हैं और आप इसकी पड़ताल नहीं करते हैं। ट्रंप ने हाल के माह में अश्वेत जॉर्ज फ्लोयड की मौत से भड़के आंदोलनों के वक्त ऐसे संदेश दिए थे, जिससे जनता के बीच आक्रोश बढ़ गया था। इसके बाद से लोग सड़कों उतर आए थे। इस आंदोलन को लेकर ट्रंप ने प्रदर्शनकारियों को आतंकी की संझा दे डाली थी। जिसके बाद से वाइट हाउस के बाहर जमकर नारेबाजी हुई।
यहूदी-विरोधी संदेशों को रिट्वीट करने को लेकर हुआ विवाद एक ट्वीट को उन्होंने रीट्वीट कर दिया था, जिसमें एक शख्स हाथ में बंदूक लिए श्वेत होने पर गर्व महसूस कर रहा था। ‘श्वेत शक्ति’ और यहूदी-विरोधी संदेशों को रिट्वीट करने को लेकर भी उन्हें आलोचनाएं झेलनी पड़ी है। हाल ही में ट्रंप के कुछ ट्वीट्स को ट्विटर ने चिन्हित भी किया है। नस्लवाद आंदोलनों के दौरान ट्रंप के कई ट्वीट्स को ट्वीटर ने हिंसा भड़काने वाला करार दिया था। इसके बाद से ट्रंप ने ट्विटर को अभिव्यक्ति की आजादी को छीनने वाला बताया।