
अलीबाबा ग्रुप के प्रमुख जैक मा
नई दिल्ली। एंट ग्रुप के मालिक और दुनिया का जानी-मानी ई कॉमर्स कंपनी के प्रमुख अलीबाबा ( Alibaba )पिछले दो महीनों से लापता हैं। खास बात यह है कि चीन के इस अरबपति जैक मा ( Jack Ma ) के बारे में किसी के पास कोई जानकारी ही नहीं है। माना जा रहा है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना करना जैक मा को भारी पड़ गया है।
चीनी राष्ट्रपति की आलोचना के बाद से ही जैक मा का कुछ पता नहीं चल रहा है। तब से अब तक वे किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में या सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आए है। दुनिया के रईसों में शुमार जैकमा का यूं गायब हो जाना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है।
चीन में आए दिन किसी ना किसी कार्यक्रम में शिरकत कर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने वाले जैक मा पिछले दो महीने से पूरी तरह लापता हैं। कोरोना जैसे महासंकट के बाद भी वे लगातार दिखते रहे, लेकिन राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना के बाद से ही उनकी सार्वजनिक उपस्थिति नदारद है।
जैक मा ने सिस्टम में बदलाव पर दिया जोर
जैक मा अपने मोटिवेशनल भाषणों के लिए भी युवाओं में काफी लोकप्रिय हैं। उन्होंने पिछले साल अक्तूबर में शंघाई में एक कार्यक्रम के दौरान चीन के ब्याजखोर वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की तीखी आलोचना की थी।
बैंकिंग नियमों को बताया बुजुर्गों का क्लब
जैक मा ने सरकार से अपील की थी कि सिस्टम में बदलाव किया जाना चाहिए ताकि बिजनेस में नई चीजें शुरू करने के प्रयासों को दबाया ना जा सके। उन्होंने वैश्विक बैंकिंग नियमों को 'बुजुर्गों लोगों का क्लब' करार दिया था।
आलोचना के बाद जैक मा की शामत
जैकमा का भाषण उनके लिए मुसीबत लेकर आ गया। इस भाषण से सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी नाराज हो गई। पार्टी ने जैक मा के भाषण को पार्टी विरोधी करार दिया। बस फिर क्या ता जैक मा की कंपनियों की जांच शुरू हो गई।
37 अरब के आईपीओ हुए निलंबित
राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इशारे पर चीनी अधिकारियों ने जैक मा को झटका देते हुए पिछले साल नवंबर में उनके एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के आईपीओ को निलंबित कर दिया।
देश छोड़ने पर लगाई गई पाबंदी
यही नहीं क्रिसमस की पूर्व संध्या पर जैक मा को निर्देश दिए गए कि वह तब तक चीन से बाहर न जाएं, जब तक कि उनके अलीबाबा ग्रुप के खिलाफ चल रही जांच को पूरा नहीं कर लिया जाता है।
छोड़ना पड़ा अपना ही टीवी शो
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जैक मा पिछले कुछ दिनों में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले थे, लेकिन दो महीने से उनका कोई पता ही नहीं है।
नवंबर में मशहूर शो 'अफ्रीका के बिजनेस हीरोज' के एपिसोड से भी रहस्यमय तरीके से उनका नाम हटा दिया गया। शो के पोस्टर से भी उनकी तस्वीर हटा दी गई। यही नहीं उन्हें अपने खुद के टीवी शो को छोड़ना पड़ा।
सोशल मीडिया से गायब
पिछले लंबे समय से जैक मा सोशल मीडिया से भी गायब हैं। वे काफी समय से अपनी ट्विटर से भी कोई ट्वीट नहीं कर रहे हैं। इससे पहले वह लगातार ट्वीट करते रहते थे।
पहले भी चीन में दबा दी गई उठने वाली आवाजें
जैक मा ऐसे पहले शख्स नहीं है जिन्हें सत्ता का खिलाफ आवाज उठाने का खामियाजा भुगतना पड़ा हो। इससे पहले भी कई बार चीन में सत्ता के खिलाफ उठने वाली आवाजों को दबा दिया गया है।
इनमें प्रॉपर्टी बिजनसमैन रेन झिकियांग भी लापता हो चुके हैं। उन्होंने कोरोना को सही से निपटने के लिए शी जिनपिंग को मसखरा बताया था। बाद में उन्हें 18 साल के लिए जेल भेज दिया गया। चीन के एक अन्य अरबपति शिआन जिआनहुआ वर्ष 2017 से नजरबंद हैं।
Published on:
04 Jan 2021 11:43 am
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