
France: Prophet Mohammed Controversial Cartoon will be Printed Again On Charlie Hebdo
पेरिस। स्वीडन में मुस्लमानों के पवित्र किताब कुरान को जलाए जाने और नॉर्वे में एक महिला द्वारा फाड़े जाने के बाद बीते सप्ताह हिंसा भड़क गई। हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन करने लगे। अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ है कि फ्रांस से एक बड़ी खबर सामने आई है।
दरअसल, फ्रांस की व्यंगात्मक साप्ताहिक मैगजीन शार्ली ऐब्डो ( Charlie Hebdo ) की ओर से एक बड़ी घोषणा की गई है। शार्ली की तरफ से ऐलान किया गया है कि वह मुस्लमानों के पैगंबर मोहम्मद साहब ( Prophet Mohammed ) के अति विवादित कार्टून को फिर से छापेगा।
आपको बता दें कि जनवरी 2015 में शार्ली ऐब्डो ने मोहम्मद साबह का कार्टून प्रकाशित किया था। इसके विरोध में शार्ली के ऑफिस पर दो आतंकियों ने हमला कर दिया था। अब इस हमले की सुनवाई बुधवार यानी कल से शुरू होने वाली है। इस विशेष मौके को यादगार बनाने के लिए मैगजीन के प्रबंधन ने विवादित कार्टून को फिर से प्रकाशित करने का फैसला लिया है।
2015 में पहली बार प्रकाशित किया गया था कार्टून
मालूम हो कि 7 जनवरी 2015 को शार्ली ऐब्डो ने मोहम्मद साहब के कार्टून को प्रकाशित किया था। इसके विरोध में पेरिस स्थित मैगजीन के ऑफिस पर दो आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी। इस हमले में 12 लोगों की जान चला गई थी।
मरने वालों में फ्रांस के कुछ बड़े कार्टूनिस्ट भी शामिल थे। हमले के बाद एक्शन में आई सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से हमला करने वाले दो आतंकियों की सजा को लेकर सुनवाई बुधवार से शुरू हो रही है। अब सजा पर सुनवाई को लेकर जनसमर्थन जुटाने के लिए मैगजीन ने कार्टून को फिर प्रकाशित करने का फैसला किया है।
शार्ली ऐब्डो के डायरेक्टर लौरेंट रिस सौरीस्यू ने संपादकीय में लिखा कि 'हम कभी झुकेंगे नहीं, हम कभी हार नहीं मानेंगे।' उन्होंने लिखा कि मैगजीन इस विवादित कार्टून को अपने अगले एडिशन में छापने की तैयारी कर रही है।
कवर पेज पर दर्जनों कार्टून किया जाएगा प्रकाशित
मैगजीन की ओर बताया गया है कि कवर पेज पर दर्जनों कार्टून प्रकाशित किया जाएगा। शार्ली ऐब्डो के नवीनतम एडिशन में कवर पेज पर मोहम्मद साहब का विवादित कार्टून के साथ दर्जनों कार्टून प्रकाशित किए जाएंगे।
आपको बता दें कि मोहम्मद साहब का विवादित कार्टून को जीन काबूट ने बनाया था। 2015 में हुए हमले में काबूट की मौत हो गई थी। कार्टून के साथ उन्होंने 'यह सब, बस उसके लिए' हेडिंग दी थी। मारे जाने वालों में पत्रिका के शीर्ष कार्टूनिस्ट और पत्रकार शामिल थे। यमन में सक्रिय अल कायदा संबद्ध उसकी शाखा ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले में पत्रिका के संपादन लॉरेन ने मरे होने का ढोंग करके अपनी जान बचाई थी।
Updated on:
01 Sept 2020 10:03 pm
Published on:
01 Sept 2020 08:28 pm
बड़ी खबरें
View Allविश्व की अन्य खबरें
विदेश
ट्रेंडिंग
