आपको बता दें कि मुस्लिम ब्रदरहुड एक कट्टरपंथी सुन्नी इस्लामिक संगठन है। इसकी स्थापना साल 1928 में मिस्र में हुई थी। मिस्र और सीरिया समेत जितने भी देशों में विद्रोह हुए हैं, उसके लिए यही संगठन जिम्मेदार माना जाता है।
केंद्र सरकार सावधान रहती तो टल सकता था डोकलाम विवाद: राहुल गांधी राहुल का बड़ा बयान बता दें कि इन दिनों राहुल गांधी यूरोप की यात्रा पर हैं। अपनी यूरोप यात्रा के पहले चरण के बाद वह इन दिनों ब्रिटेन में हैं
लंदन में थिंक टैंक इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज में लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा,”आरएसएस की सोच अरब देशों के मुस्लिम संगठन ब्रदरहुड जैसी है। आरएसएस भारत की सहचरी सांस्कृतिक प्रकृति को बदलने की कोशिश कर रहा है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि आरएसएस भारत की संवैधानिक संस्थाओं पर धीरे धीरे कब्जा करने की कोशिश कर रहा है।
लंदन में थिंक टैंक इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज में लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा,”आरएसएस की सोच अरब देशों के मुस्लिम संगठन ब्रदरहुड जैसी है। आरएसएस भारत की सहचरी सांस्कृतिक प्रकृति को बदलने की कोशिश कर रहा है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि आरएसएस भारत की संवैधानिक संस्थाओं पर धीरे धीरे कब्जा करने की कोशिश कर रहा है।
आरएसएस पर हमलावर हैं राहुल इन दिनों राहुल गांधी अपने हर भाषण में आरएसएस और बीजेपी पर बोल रहे हैं। इससे पहले भी बर्लिन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस और बीजेपी पर वार किया था। उन्होंने कहा था कि कि बीजेपी और आरएसएस देश को हर मोर्चे पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं।इसे पहले राहुल गांधी ने नोटबंदी को आरएसएस का फैसला बताते हुए इसकी आलोचना की थी।
ब्रिटेन: लेबर पार्टी के नेताओं से मिले राहुल गांधी, संरक्षणवाद और ट्रेडवार जैसे मुद्दों पर चर्चा आरएसएस का पलटवार राहुल गांधीके इस बयान पर आरएसएस में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। आरएसएस के प्रवक्ता राजीव तुली ने कहा कि मैं राहुल गांधी को एक बार आरएसएस की शाखा में आने की चुनौती देता हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को एक-दो साल संघ में बिताने चाहिए। उसके बाद उनको आरएसएस के बारे में ज्ञान हो जाएगा और उनकी सारी गलतफहमी दूर हो जाएगी।