
नई दिल्ली। आजकल कोई भी फॉर्म भरते वक्त हमें उस पर अपना ब्लड ग्रुप भी भरना होता है। इनमें आपको A,B,O जैसे ब्लड ग्रुप देखने को मिल जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में एक ऐसा भी ब्लडगु्रप है जो कि बहुत ही रेयर है,इतना कि ये केवल दुनिया में 43 लोगों के पास है। इस ब्लड ग्रुप को 'Rh-null' के नाम से जाना जाता है या आप इसे रिसस नेगेटिव भी कह सकते हैं। इतना रेयर होने के कारण इसे गोल्डेन ब्लड के नाम से भी जाना जाता है।
किस इंसान का कौन सा ब्लड गु्रप है इसका पता हमें उसके बॉडी में एंटीजन के काउंट से चलता है। यदि किसी इंसान के शरीर में ये एंटीजन कम मात्रा में होते है तो उसका ब्लड ग्रुप रेयर माना जाता है। ये एंटीजन बॉडी में एंटीबॉडी बनाने का काम करते हैं जो कि हमारे शरीर को बैक्टीरिया और वायरस से बचाता है। ये गोल्डेन ब्लड पिछले 52 सालों में केवल 43 लोगो में ही पाया गया। रिसस नेगेटिव ब्लड गु्रप वाले व्यक्ति किसी भी इंसान को अपना खून दे सकते हैं।
इन लोगों की लाइफ वैसे तो नॉर्मल ही होती है लेकिन इन्हें अपना थोड़ा खास ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि इनके डोनर आसानी से नहीं मिल पाते हैं। आप सोच सकते है कि पूरी दुनिया में 50 से भी कम लोगों के पास ये गोल्डेन ब्लड है तो ऐेसी स्थिति में एमरजेंसी के समय खून का मिल पाना काफी मुश्किल हो जाता है। कुछ लोगों का तो ऐसा भी कहना है कि ये ब्लड गु्रप एलियंस का है। इंसान के शरीर में एलियंस का खून दौड़ता है।
एक रिसर्च के मुताबिक ये लोग इस दुनिया के है ही नहीं और अब इस बात पर खोज चल रही है कि आखिर ये लोग आएं कहां से? रिसस नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले लोग यूरोप में सबसे ज्यादा पाये जाते हंै। इसका केवल 1 प्रतिशत एशिया में पाया जाता है। ऐसे लोगों के बालो का रंग लाल और आंखों का रंग नीला,हरा या भूरा होता है। ये लोग गर्र्मी से ज्य़ादा प्रभावित होते हैं। इनका IQ भी सामान्य लोगों से ज्यादा होता है।
Published on:
01 Jan 2018 03:08 pm
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